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नागपुर में विदर्भ विकास परिषद में उद्योग मंत्री का ऐलान

विदर्भ के लिए सब कुछ

* पर्यटन मंत्री ने कहा- ठोस प्रस्ताव लाएं
* विदर्भ से आए उद्यमियों ने रखे विचार
* प्रस्तावों पर तत्काल और प्रभावी निर्णय
नागपुर/दि.6- विदर्भ में उद्योगों के लिए सभी सुख सुविधाएं देने पर शिंदे-फडणवीस सरकार का बल है. इस क्षेत्र में बड़े उद्यम के साथ-साथ मौजूदा उद्योगों को सुचारु करने पर भी सरकार सर्वतोपरी सहयोग करेगी. इस आशय का आश्वासन उद्योग मंत्री उदय सामंत ने दिया. वे यहां वसंतराव देशपांडे सभागार में राज्य उद्योग विभाग और एमआइडीसी द्वारा आयोजित एक दिवसीय विदर्भ विकास परिषद का उदघाटन कर रहे थे. इस समय पर्यटन मंत्री मंगलप्रभात लोढा, महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर के अध्यक्ष ललित गांधी, एमआइडीसी फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष किरण पातुरकर, रणदीप सिंह,नीकेश गुप्ता,लोणकर,अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विनोद कलंत्री आदि मंचासीन थे.
* सावंत ने दिया विश्वास
सावंत ने भरोसा दिलाया कि विदर्भ में यहां की फसलों पर आधारित उद्यम स्थापित करने की कोशिश है. राज्यभर से निवेशकों को आकर्षित करने के साथ अनेक प्रकार की सुविधा पर सरकार तत्पर है. टैक्स हॉलिडे के साथ बिजली में रियायत पहले ही दी जा रही है. निश्चित ही विदर्भ में अब उद्यम लगाना फायदे का सौदा होगा. यहां कपास, संतरा,तुअर और अन्य फसलें प्रमुख है. टेक्सटाइल पार्क की घोषणा राज्य और केंद्र सरकार पहले ही कर चुकी है.
* सब कुछ देने की तैयारी
उद्योग मंत्री ने कहा कि विदर्भ के लिए सब कुछ देने की तैयारी हमारी सरकार की है. उद्योगों को बढ़ावा देने पर ही हजारों-लाखों रोजगार उपलब्ध होंगे. अतः शिंदे सरकार ने उद्योगों को बढ़ावा देने वाली नई नीति बनाई है. उस पर अमल किया जा रहा है. सुख-सुविधाअोंं के लिए फंड की कोई कमी नहीं रहेगी. इस प्रकार का भी भरोसा उद्योग मंत्री ने परिषद में समूचे महाराष्ट्र से आए और विदर्भ में उद्यम स्थापित करने में रुची रखने वाले उद्यमियों को दिलाया.
* पर्यटन में निजी कंपनी का साथ लेने की तैयारी
प्रदेश के पर्यटन मंत्री मंगलप्रभात लोढा ने कहा कि पर्यटन उद्योग के लिए उनके महकमे के पास सब कुछ हैै. मगर रखरखाव नहीं है और इसी वजह से 7500 करोड़ की संपत्ति होने पर भी पर्यटन विभाग बड़े घाटे में है. लोढा ने कहा कि उनकी प्राथमिकता विभाग को घाटे से उबारने के साथ पर्यटन को प्रोत्साहन देने की है. लोढा ने विश्वास दिलाया कि विभाग की पूरे राज्य में काफी जगह एक्सेस है. उस पर निजी कंपनी का साथ लेकर विकास करने की तैयारी है. ठोस प्रस्ताव लाने पर वे इस बारे में बातचीत और फिर उसे मूर्त रुप देने तैयार है. लोढा ने कहा कि विदर्भ में पर्यटन के लिए बड़ा स्कोप है.
* चांडक ने भी दिखलाई जबर्दस्त राह
विदर्भ के सभी जिलों से उद्यमी आज की परिषद में सहभागी हुए. अनेक उद्योगपतियों को परिषद को संबोधन का अवसर भी दिया गया. ऐसे ही बुलढाणा बैंक के सर्वेसर्वा राधेश्याम चांडक का दोपहर के सत्र में जोरदार संबोधन हुआ. उन्होंने उद्यमियों के साथ बुलढाणा बैंक के वेअर हाऊस कारोबार को बढ़ाने की तैयारी दर्शाई. उनकी अनेक बातों पर सभागार में कई बार तालियां भी बजी.
* किसान और उद्यमी दोनों का लाभ
राधेश्याम चांडक ने कहा कि विदर्भ में पैदावार की कमी नहीं है. तुअर,सोयाबीन,कपास के साथ अन्य फसलों की बहुतायत है. किसानों और उद्योगपतियों को मिलकर काम करने पर दोहरा लाभ हो सकता है. राष्ट्रहित में यह होना भी चाहिए कि अनाज बर्बाद न हो, किसानों को भी फसल के अच्छे दाम व सुविधा मिले. चांडक के मुताबिक वेअर हाऊस और गोदाम, कोल्ड स्टोरेज क्षेत्र में उद्योग के अवसर है. उनकी बैंक विदर्भ सहित प्रदेश के अनेक क्षेत्र में अपने गोदाम बना रही है. किसानोंं का माल उसमें रखकर किसानों को भी सुविधा दे रही है. जहां बैंक के गोदाम नहीं है, वहां किराए से जगह लेकर सुविधा दी जा रही है. चांडक के अनुसार, राष्ट्रहित में अनाज भी खराब नहीं होना चाहिए. उसी प्रकार खाद्य प्रसंस्करण के उद्यम भी स्थापित होने चाहिए. इससे दोनों को लाभ होगा. समाचार लिखे जाने तक चांडक का संबोधन जारी था. परिषद में सहभागी होने अमरावती से टैक्स बार असो. के पूर्व अध्यक्ष एड. जगदीश शर्मा, नरेश वर्मा, आत्माराम पुरसवानी, नंदकिशोर अग्रवाल, प्रकाश राठी, विजय मोहता, दिलीप अग्रवाल, मनीष करवा सहित अनेक उद्यमी पहुंचे थे.

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