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पंद्रह हजार से अधिक यात्री प्रभावित
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700 से अधिक बसें बंद हुई
भोपाल/दि.23 – कोरोना संक्रमण के बढते खतरे को देखते हुए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बीच अंतरराज्यीय ट्रान्सपोर्ट बंद कर दिया गया है. मध्यप्रदेश से महाराष्ट्र जानेवाली बसों के परमिट रद्द कर दिये गये है. संक्रमणकाल में बंद हुई बसों के कारण 15 हजार से अधिक यात्री प्रभावित हुए है. मध्यप्रदेश के छिंदवाडा, बालाघाट सहित आधा दर्जन से अधिक जिले महाराष्ट्र की सीमा से सटे हुए है. इन जिलों के कई ऐसे क्षेत्र है जहां के रहिवासी हर छोटी-बडी वस्तु की खरीददारी के लिए महाराष्ट्र के बाजार पर निर्भर है.
बसे बंद होने के कारण इनका दैनिक जीवन भी खासा प्रभावित हुआ है. मध्य प्रदेश की तरह ही महाराष्ट्र सरकार के परिवहन निगम द्वारा संचालित एसटी स्टेट ट्रान्सपोर्ट बसों पर भी रोक लगाई है. दोनों राज्यों के बीच हररोज सैकडों बसों का परिचालन होता है. हजारों की संख्या में यात्री आवाजाही करते हैं. इसमें अधिकांश इंदौर से मुंबई, शिर्डी, नागपुर और नागपुर-छिंदवाडा से अन्य जिलों के बीच दैनिक आवागमन होता है. मध्य प्रदेश की सीमा पांच राज्यों से मिलती है. मध्य प्रदेश के उत्तर में उत्तर प्रदेश, पश्चिम में राजस्थान व गुजरात, दक्षिण में महाराष्ट्र और पूर्व में छत्तीसगढ राज्य है. परिवहन विभाग द्वारा आम जनता की सुरक्षा के लिए इन सीमावर्ती जिलों की निगरानी तो रखी ही जा रही है, वहीं बसों की विशेष चैकिंग का अभियान भी चलाया जा रहा है.
700 से अधिक बसें चलती है महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बीच
महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बीच 700 से अधिक बसे चलती है. इनमें अंतरराज्जीय और नेशनल परमिट सहित टूरिज्म बसे भी शामिल है. मध्य प्रदेश परिवहन विभाग ने इन सभी बसों के मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बीच परिवहन का परमीट रद्द कर दिया है. हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए बस संचालकों ने भी सरकार के इस निर्णय का समर्थन किया है. प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में परिवहन विभाग ने अपने जांच नाके पहले की अपेक्षा और अधिक सक्रिय कर दिये है. परिवहन मंत्री ने भी आरटीओं को नाकों पर तैनात रहने के निर्देश दिये हैं.
केवल नागपुर जाती हैं छतरपुर-टीकमगढ बसें
छतरपुर से बापू ट्रैवल्स की छतरपुर-नागपुर बस सेवा का संचालन होता है जो हररोज शाम 6.15 बजे जाती है. सुबह 7 बजे यह बस नागपुर पहुंचती है. शुक्रवार को यह बस निर्धारित समय शाम 6.15 बजे नागपुर के लिए रवाना हुई थी. लेकिन शनिवार से यह बंद हो गई है. टीकमगढ से एक यात्री बस का नागपुर (महाराष्ट्र) तक संचालन किया जा रहा है. दो कंपनियों द्वारा मिलकर इस मार्ग पर यात्री परिवहन किया जा रहा है. मिश्रा कंपनी और विजयंत कंपनी की बसों का एक-एक दिन संचालन किया जा रहा है. हररोज शाम 7 बजे चलकर यह बस अगले दिन सुबह नागपुर पहुंचती है. बस में अधिकांश मरीज आवागमन करते हैं.
- कोरोना संक्रमण को देखते हुए 31 मार्च तक के लिए मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के बीच यात्री बसे बंद की गई है. महाराष्ट्र की ओर चलनेवाली बसों के परमिट निरस्त कर जांच नाकों पर निगरानी की जा रही है. संक्रमण को देखते हुए संभवत: आगामी दिनों में भी बस बंद की व्यवस्था बढाई जा सकती है.
– मुकेश जैन
आयुक्त, मध्य प्रदेश परिवहन - भोपाल से सात से अधिक बसें महाराष्ट्र की ओर चलती हैं. कोरोना संक्रमण के कारण इन बसों के परिवहन पर रोक लगाई गई है. कुछ बस संचालकोें द्वारा महाराष्ट्र के यात्रियों की टिकट बुकींग की जा रही थी, जिसकी सूचना मिलने पर टिकट बुकींग पर भी रोक लगाई गई है.
– संजय तिवारी
जिला परिवहन अधिकारी, भोपाल
व्यापारी हो रहे है प्रभावित
महाराष्ट्र से सटे मध्य प्रदेश के जिलों में व्यापार भी प्रभावित हो रहे हैं. अधिकांश यात्री महाराष्ट्र जाकर व्यापार करते है.
पांच सीमावर्ती राज्यों से जुडे जिले
महाराष्ट्र – खरगौन, बडवानी, बैतुल, खंडवा, छिंदवाडा, सिवनी और बालाघाट
छत्तीसगढ – सिंगरौली, सीधी, शहडोल, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी
राजस्थान – मुरैना, शिवपुरी, गुना, राजगढ, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ और श्योपुर
उत्तर प्रदेश – सिंगरौली, सागर, गुना, दतिया, सीधी, रीवा, सतना, पल्ला, छतरपुर और भिंड
गुजरात – झाबुआ और अलीराजपुर