नागपुर/प्रतिनिधि दि.२२ – तापमान में बढ़ोत्तरी करने वाले प्रत्येक डिग्री सेल्सियस से मौसमी बारिश का प्रमाण भी पांच फीसदी तक बढ़ा है. वैष्विक तापमान बढ़ोत्तरी का सर्वाधिक असर भारत देश पर पड़ रहा है. भारत में बारिश पूर्व की तुलना में अधिक तेजी से बरस रही है. जिसका प्रमाण भी बहुत ज्यादा है. प्रकृति में हो रहे बदलाव से मौसमी बारिश की स्थिति बिगाड़ने की वजह साबित हो रही है.
यहां बता दें कि खेती व संबंधित व्यवसाय पर निर्भर रहने वाले भारत देश सहित आसपास के देशों में मूसलाधार बारिश होना यह उचित बात नहीं है. भारतीय अर्थ व्यवस्था के अलावा अन्य व्यवस्था पर भी इसका असर पड़ा है. यह विचार संशोधक एजॉक टेजनबर्गर और लेखक एंडर्सलेवमर्न ने व्यक्त किया.