दर्यापुर/दि.14– कोण्या सुरेश खानोरकर के इस प्रकल्प में खारपाण पट्टा, मीठापान पट्टा होने की क्षमता ऐसा विधान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किए जाने का समाचार पढ़कर सभी को आश्चर्य होने की संतप्त प्रतिक्रियकिसान नेता व श्रमराज्य परिषद के अध्यक्ष अरविंद उर्फ बाबुजी नलकांडे ने पत्रक द्वारा व्यक्त की है.
ऐसे ही भंपक विधान 20/22 वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक बी. टी. देशमुख व तत्कालीन मंत्री वसुधाताई देशमुख की अध्यक्षता में खारपाणपट्टा के विकास के नाम पर गठित एक शासकीय समिति ने किया था. जिस पर करोड़ो रुपए खर्च करने के बावजूद यह खारपाणपट्टा अब तक मीठापानी पट्टा क्यों नहीं हुआ, ऐसा सवाल करते हुए 15 वर्ष पूर्व पंकृवि के तत्कालीन कुलगुरु डॉ. व्यंकट मायंदे के मार्गदर्शन में, शास्त्रज्ञ डॉ. सुभाष टाले व किसान कार्यकर्ता के रुप में मेरे प्रयासों से सीधे खेतों पर संशोधन यह केंद्र सरकार का प्रकल्प सफलतापूर्वक चलाकर खारपाणपट्टे में 81 मॉडल बनाने की जानकारी अरविंद नलकांडे ने पत्रक में दी है.
गत 13/14 वर्षों से यह मॉडल किसान एखाद साल बारिश कम हो या अधिक हो, इससे न डगमगाते हुए दूर की नदी नालिया बांध से पानी न लेते व जमीन को बोअर कर वहां से वह न उपसा करते, उस परिसर की जमीन का पानी का स्तर अल्प खर्च में बढ़ाने का दावा चला जाणुया नदीला इस राज्य सरकार पुरस्कृत अभियान के मुख्य समन्वयक नलकांडे ने इस पत्रक में किया है. विश्व पानी मिट्टी नदी तज्ञ, मेगासेस पुरस्कार प्राप्त जलपुरुष डॉ.राजेंद्रसिंह (राजस्थान) की प्रमुख उपस्थिति में 1 व 2 जुलाई को तीसरे खारपाण पट्टा परिषद का आयोजन दर्यापुर में किया गया है.
इस परिषद में चला जाणुया नदीला अभिायन के जलयोद्धा, कार्यकर्ता व किसानों से बड़ी संख्या में उपस्थित रहने का आवाहन अरविंद नलकांडे ने किया है.