नागपुर / दि.3-कोरोना महामारी के बाद से बंद जेष्ठ नागरिकों को रेल्वे में मिलने वाली रियायत आगामी चार से पांच महीने में श्ाुरु होने की संभावना जतायी जा रही है. इस आशय का आश्वासन रेल मंत्रालय व्दारा दिया गया है. जिससे जेष्ठ नागरिको को राहत मिलेगी. कोरोना महामारी के पहले तक रेल्वे में जेष्ठ नागरिकों को राहत दी जा रही थी. किंतु कोरोना के चलते रेल सेवा भी अस्त व्यस्त होने के कारण यह रिआयत बंद कर दी गई थी. इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर पुन: रिआयत देने का आग्रह किया.
अब चूकी जनजीवन धीरे-धीरे सुचारु हो रहा है. ऐसे में रेल्वे से जेष्ठ नागरिको को मिलने वाली रिआयत देने की मांग संगठनों व्दारा की जा रही थी. यह रिआयत बंद करने का कोई भी कारण नहीं दिया गया. जिससे जेष्ठ नागरिकों में संभ्रम की स्थिति थी. पहले ही सेवानिवृत्ती उस पर यात्रा पर इतना खर्च लोगों को त्रस्त कर रहा था. महीनेभर के भीतर जेष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रिआयत देने की मांग की गई थी. इतना ही नहीं तो, डीआरएम कार्यालय के सामने अनशन की चेतावनी भी सिनीयर सिटीजन कॉउंसील ऑफ नागपुर डिस्ट्रीक तथा शहर के विविध जेष्ठ नागरिक संगठनों ने दी थी.
इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, रेल राज्यमंत्री राव साहब दानवे को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी पत्र भिजवाया गया था. जिसकी दखल लेते हुए रेल मंत्रालय के सेक्शन ऑफीसर षण्मुगम ने संगठन सचिव सुरेश रेवतकर से संपर्क कर आगामी चार से पांच महीने में रेल यात्रा में जेष्ठ नागरिकों को रिआयत पूर्ववत किए जाने का आश्वासन दिया और संबंधित प्रस्ताव प्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्रालय को भेजने की जानकारी दी.