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कॉलेजियम का निर्णय घोषित
नागपुर/दि.17 – सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम द्वारा मुंबई उच्च न्यायालय के न्या. माधव जामदार, न्या. अमीत बोरकर व न्या. श्रीकांत कुलकर्णी को सेवा में कायम किया गया है. किंतु इस सूची में अतिरिक्त न्यायमूर्ति पुष्पा गणेडीवाला के नाम का समावेश नहीं है. इसके अलावा अतिरिक्त न्यायमूर्ति अभय आहूजा को इसी पद पर एक वर्ष की समयावृध्दि देने संदर्भ में केंद्र सरकार के पास सिफारिश करने को भी कॉलेजियम द्वारा मान्यता दी गई है. विगत 14 दिसंबर को हुई कॉलेजियम की बैठक में उपरोक्त निर्णय लिये गये.
बता दें कि, मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में कार्यरत न्या. पुष्पा गणेडीवाला द्वारा ‘स्कीन टू स्कीन टच’ को लेकर दिये गये फैसले के चलते उनकी पूरे देश में आलोचना हुई थी. साथ ही कुछ दिनों पूर्व ही सुप्रीम कोर्ट ने इस विवादास्पद फैसले को रद्द कर दिया था. इस विवादास्पद फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट ने न्या. गणेडीवाला को सेवा में कायम करने की सिफारिस केंद्र सरकार से की थी. जिसे उस विवादास्पद फैसले के बाद पीछे लेते हुए न्या. पुष्पा गणेडीवाला को अतिरिक्त न्यायमूर्ति के तौर पर एक वर्ष की समयावृध्दि दी गई, जो आगामी 12 फरवरी को समाप्त हो जायेगी. जिसके बाद न्या. पुष्पा गणेडीवाला का हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति के तौर पर कार्यकाल और सेवा खत्म हो जायेंगे.