विदर्भ

विद्युत बिल में समायोजन के नाम पर लाखों रुपयों की चोरी!

चुराए गए यूनिट का कृषि पंप व स्ट्रीट लाईट में समायोजन

* शिवसेना के जिला प्रमुख गोपाल अरबट ने लगाया आरोप
दर्यापुर/दि.31 – विद्युत चोरी पकडने का नाटक करने के साथ ही सामान्य उपभोक्ता को जेल में डालने की धमकी देकर लाखों रुपए का दंड लगाया जाता है. लेकिन हकीकत में कोई भी दंड लगाने अथवा कार्रवाई करने की बजाय सामान्य ग्राहकों को 50 से 60 हजार रुपयों की एजेंटों के जरिए तोडी की जाती है. जिसके तहत चुराए गए विद्युत यूनिट को स्ट्रीट लाईट व कृषि पंप में समायोजित किया गया. इस तरह से विद्युत चोरी के मामलों को दबाने के लिए कई लोगों ने अच्छी खासी रकम अदा की है. संबंधित ग्राहकों व किसानों के जरिए इस संदर्भ में जानकारी मिलते ही शिवसेना के जिला प्रमुख गोपाल अरबट ने इस पूरे घोटाले को सबके सामने उजागर किया गया है. इसके साथ ही शिवसेना के पदाधिकारियों ने महावितरण कार्यालय में जाकर इस संदर्भ में महावितरण के अधिकारियों से जवाब भी पूछा और मुख्यमंत्री व संबंधित मंत्री के साथ ही मुख्य कार्यकारी अभियंता के नाम ज्ञापन सौंपते हुए मामले ही जांच करने की मांग उठाई.
सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि, दर्यापुर उपविभाग के उपकार्यकारी अभियंता, खोलापुर विद्युत वितरण केंद्र के सहायक अभियंता व खल्लार विद्युत वितरण केंद्र के कनिष्ठ अभियंता ने विद्युत चोरी के मामलों को संभालते समय उन मामलों में बडे पैमाने पर अनियमितता करने के साथ ही गलत तरीके से आर्थिक लेन-देन करते हुए सरकार के साथ जालसाजी व धोखाधडी की है. आरोप के मुताबिक इन अधिकारियों द्बारा बिजली चोरी के मामले में पकडे जाने वाले विद्युत उपभोक्ताओं को पुलिस कार्रवाई का डर दिखाते हुए उनसे पैसों की मांग की जाती है और कार्रवाई के नाम पर लिए गए पैसे आपस में बांट लिए जाते है. वहीं चुराई गई बिजली के यूनिट को कृषि पंप व स्ट्रीट लाईट पर खर्च हुई बिजली में समायोजित कर दिया जाता है. ऐसे में पूरे मामले की सघन जांच होनी चाहिए.

* तथ्यहीन है सभी आरोप, ऐसा कुछ नहीं हुआ
इस मामले में किए गए सभी आरोप पूरी तरह से तथ्यहीन है और हमारे कार्यालय में ऐसा कोई मामला घटित नहीं हुआ. महावितरण में कई बाहरी लोग भी काम करते है. उसके द्बारा ऐसा कुछ हुआ है अथवा नहीं, इसके बारे में जांच की जाएगी. हालांकि अब तक किसी ने हमारे पास इसे लेकर कोई शिकायत नहीं दी है. ऐसे में निवेदन में लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से झूठा कहा जा सकता है.
– चेतन मोहोकार,
उपविभागीय अभियंता,
महावितरण, दर्यापुर.

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