लॉरेंन्स बिश्नोई गैंग का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर यवतमाल में पकडाया
एलसीबी टीम की जर्बदस्त कार्रवाई

* राजस्थान पुलिस ने रखा था 25 हजार का इनाम
यवतमाल /दि.2– यवतमाल शहर पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में डंके पर है. वहीं अब शहर में लॉरेंन्स बिश्नोई गैंग का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर यवतमाल में पकडे जाने के बाद फिर से शहर अपराध की दुनिया में हिस्ट लिस्ट पर आ गया है. मोस्ट वांटेड गैंगस्टर को पकडवाकर देनेवाले को राजस्थान पुलिस ने 25 हजार रुपयों का इनाम भी घोषित किया था. गिरफ्तार किए गए मोस्ट वांटेड गैंगस्टर का नाम पंजाब के होशियारपुर निवासी भूपेंद्र सिंह उर्फ रघु भिंडा है.
* जांब परिसर में पहचान छिपाकर रहता था गैंगस्टर
साल 2023 में राजस्थान के बाडनेर में हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद गैंगस्टर भूपेंद्र सिंह जांब रोड परिसर के दांडेकर ले आउट में एक किराए के घर में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था. यवतमाल शहर में जब वह पहली बार पहुंचा था तो वह कुछ दिनों तक आर्णी रोड स्थित गुरुद्वारा में रह रहा था.
* अपराधी ऐसे आया पकड में
एलसीबी की टीम शहरी इलाके में एनपीडीएस की मुहिम चला रही थीं. इस समय पुलिस को गुप्तचर से पता चला कि एक व्यक्ति जांब रोड परिसर में शराब के नशे में हंगामा मचा रहा है और वह परिसर में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा है. एलसीबी की टीम ने 31 मई को जांब रोड परिसर में पहुंचकर तलाशी करना शुरू किया. तभी दांडेकर ले आउट में एक किराए के घर में संदिग्ध नाम बदलकर रहने की बात पता चली. इसके बाद पुलिस ने नियोजनबद्ध तरीके से छापेमारी करने के लिए जाल बिछाया. पुलिस की भनक लगते हुए वह भागने की फिराक में था. लेकिन एलसीबी की टीम ने आरोपी को दबोच लिया. इस दौरान अपराधी ने पुलिस के साथ हाथापायी भी की. पुलिस ने उसको दबोचकर जांच पडताल की. इसके बाद अपराधी ने अपनी असली पहचान पुलिस को बतायी.
* गैंगस्टर लॉरेंन्स बिश्नोई और बिन्नी गुज्जर गैंग का सदस्य
एलसीबी पुलिस ने जब आरोपी की पहचान परेड ली तो उसने अपना असली नाम भूपेंद्र सिंह उर्फ भिंडा जरनैल सिंह (35) बताया. वह पंजाब राज्य के होशियारपुर तहसील के मेहटीयाना पुलिस थाना क्षेत्र के अहारना खुर्द गांव का रहनेवाला है. उसने यह भी बताया कि वह गैंग्स्टर लॉरेंन्स बिश्नोई और बिन्नी गुज्जर गैंग का बदमाश है.
गैंगस्टर पर पंजाब व राजस्थान पुलिस में 17 अपराध दर्ज
गैंगस्टर भिंडा पर पंजाब व राजस्थान पुलिस के विविध थानों में तकरीबन 17 अपराध दर्ज है. उस पर मर्डर, हत्या का प्रयास करने, फिरौती, आर्म एक्ट जैसे अनेक संगीन मामले दर्ज है. उसने राजस्थान के बाडनेर के हरपालसिंह उर्फ रिंकू का साल 2023 में खून कर, पंजाब में खून और हत्या का प्रयास करने के बाद फरार होने की जानकारी दी.
* पंजाब व राजस्थान पुलिस से संपर्क साधकर निकाली कुंडली
एलसीबी की टीम ने गैंगस्टर भिंडा के संबंध में पंजाब व राजस्थान पुलिस से संपर्क साधकर उसकी पूरी कुंडली टटोली. जिसमें उसके खिलाफ पंजाब के होशियारपुर तहसील के विविध थानों में सर्वाधिक मामले दर्ज होने की बात सामने आयी. पुलिस ने पंजाब के जालंधर, होशियारपुर, लुधियाना के अलावा राजस्थान के बाडमेर जिला पुलिस से समन्वय साधकर अपराधों और गैंग से जुडी जानकारी संकलित की.
* कॉन्ट्रैक्ट कीलर है भिंडा
बिश्नोई व गुज्जर गैंग यह देश की मोस्ट वांटेड गैंग है. यह गैंग कॉन्ट्रैक्टर कीलिंग व फिरौती जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम देने के लिए गैंगस्टरों को वाहन, हथियार उपलब्ध कराकर अपराध करवाते है. वहीं उनको फरार होने के लिए पर्याप्त रकम देकर अपराध कहां और किसे उडाना है इसकी जानकारी देकर अपराध करवाते है. इसके अलावा गैंगस्टर अपराध को अंजाम देने के बाद फरार रहने पर उसको अगले अपराध की जानकारी देने तक आरोपी को अपनी पहचान छिपाने के लिए प्रतिमाह 20 से 25 हजार रुपयों की आर्थिक मदद दी जाती है.
* तीन सालों से अमेरीका से मनी ट्रांसफर
यवतमाल शहर के जांब रोड परिसर में अपनी पहचान छिपाकर रहनेवाले गैंगस्टर रघुवीर उर्फ रघु उर्फ भूपेंद्र सिंह उर्फ भिंडा जरनैल सिंह को अमेरीका से गैंगस्टर बिल्लु गुज्जर का भाई सौरव गुज्जर के अलावा उसका दोस्त गोल्डी ब्रार डॉलर में मनी ट्रांसफर कर प्रतिमाह 20 से 25 हजार रुपयों की आर्थिक मदद भिजवा रहे थे.
* दो अपराधों में 30 साल की सजा
राजस्थान राज्य के बाडमेर जिले में भिंडा के खिलाफ संगीन अपराध दर्ज है. वहीं आरोपी एक हत्या के मामले में न्यायालय ने 20 साल और हत्या के प्रयास में 10 साल कुल 30 साल की सजा सुनायी है. लेकिन वह जेल से बाहर आते ही वहां से भागकर यवतमाल पहुंच गया.
* अपराधी को लेने राजस्थान पुलिस टीम भी पहुंची
राजस्थान राज्य के बाडमेर जिले के एसपी से स्थानीय पुलिस द्वारा संपर्क करने के बाद गैंगस्टर भिंडा की पूरी कुंडली टटोली गई. इसके बाद भिंडा की गिरफ्तारी के बारे में राजस्थान पुलिस को जानकारी दी गई. जिसके बाद राजस्थान पुलिस की एक टीम 36 घंटे का सफर करते हुए सरकारी वाहन से अपराधी को अपने साथ लेकर जाने के लिए यवतमाल पहुंची.
* इन्होंने की कार्रवाई
उक्त कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कुमार चिंता, अपर पुलिस अधीक्षक पीयूष जगताप, एलसीबी के पीआई सतीश चावरे के मार्गदर्शन में एलसीबी के एपीआई संतोष मनवर, योगेश गटलेवार, विनोद राठोड, नीलेश राठोड, आकाश सहारे, ममता देवतले ने की.