विदर्भ

203 दूकानों की लीज हुई खत्म

5 मार्केट में फिर होगी नीलामी, 1.80 करोड बकाया

चांदूर बाजार/ दि.8 – नगर परिषद के 5 मार्केट के कुल 203 दूकानों की लीज कई दिनों से समाप्त हुई है. जिसके चलते इन दूकानों की निलामी की चर्चा है. नप के मिरची मार्केट में 20 दूकानें, नेताजी मार्केट में ग्राउंड फ्लोअर पर 36 व पहली मंजील पर 36 शिवाजी मार्केट में ग्राउंड फ्लोअर पर 28 व पहली मंजील पर 27, मौलाना मार्केट में 40, नगरपरिषद के सामने स्थित मार्केट में 16, इस प्रकार कुल 203 दूकानें है. इन दूकानों पर 1 करोड 50 लाख पिछले तथा वर्तमान 30 लाख, इस प्रकार कुल 1 करोउ 80 लाख बकाया है. इन मार्केट की निलामी वर्ष 2005 से पहले हुई थी.
* खुली 270 जगहों के 70 लाख बकाया – उसी प्रकार शहर सीमा अंतर्गत बाजार लाइन में 270 खुली जगह दूकानदारों को आवंटित की गई. उन पर भी करीब 70 लाख रुपये का बकाया है. नगर परिषद मार्केट और खुली जगह की लीज समाप्त होने से फिर से निलामी प्रक्रिया के लिए किराया मूल्यनिर्धारण के लिए नगर रचना विभाग की ओर भेजकर प्रक्रिया शुरु की है.
* 84 दूकानों की लीज 2006 में रद्द– स्टेट बैंक के सामन स्थित 84 दूकानों की लीज वर्ष 2006 में रद्द कर दी गई थी, क्योंकि उस जगह पर नगरपालिका मार्केट का निर्माण किया जाना था. इसके लिए सरकार की ओर से फंड भी मिला था, लेकिन स्थानीय विरोध के चलते फंड वापस ले लिया गया. तब से अब तक 84 दूकानों को कोई टैक्स नहीं है. अभी तक इन पर नगरपालिका ने कोई टैक्स नहीं लगाया है. इसी तरह मोर्शी रोड स्थित 26 दूकानों वाले मार्केट की नीलामी की गई लेकिन आगे कोई कार्रवाई या एग्रीमेंट नहीं हुआ है.
* स्थायी मुख्याधिकारी नहीं-वर्ष 2019 में नगर परिषद हॉल में मार्केट की पुन: नीलामी के मुद्दे पर चर्चा हुई थी. नगर परिषद पदाधिकारियों का कार्यकाल समाप्त होने से उपविभागीय अधिकारी संदीपकुमार अपार को प्रशासक नियुक्त किया गया है साथ ही स्थायी मुख्याधिकारी के नहीं होने से बकाया वसूली की गति धीमी हो गई है और नगरपालिका को आर्थिक नुकसान हो रहा है. इसके लिए सरकार व्दारा इस नगरपालिका को स्थायी मुख्याधिकारी देने तथा नगर परिषद की आय में वृद्धि करने के लिए लीज समाप्त हो चुके मार्केट की दूकानों की फिर से नीलामी करना जरुरी हो गया है.

नगर रचना विभाग को भेजा प्रस्ताव
पुन: नीलामी के लिए दूकानों का किराया मूल्य निर्धारण के लिए नगर रचना विभाग को प्रस्ताव भेजा गया है.
– आशीष किटुकले,
आय प्रबंधक, नगर परिषद चांदूर बाजार

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