तेंदुए ने घर के आंगन में आकर महिला का किया शिकार
दुर्गापुर की घटना, परिसर में फैली दहशत
चंद्रपुर/ दि.3– दुर्गापुर वार्ड क्रमांक 3 में रहने वाली 47 वर्षीय गीताबाई मेश्राम नामक महिला के घर के आंगन में आकर तेंदुए ने महिला का शिकार कर लिया. महिला की लाश खिचकर ले जाते समय लडके ने चिखपुकार शुरु की तब तेंदुआ लाश छोडकर भाग गया. लगातार घटनाएं होने के कारण परिसरवासियों ने मुख्य वनसंरक्षक के कार्यालय में सामने गीताबाई की लाश रखी. तेंदुए को पकडने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ. इस समय पुलिस का तगडा बंदोबस्त लगाया गया था. इस सनसनीखेज घटना के कारण दुर्गापुर के लोगों में दहशत का वातावरण फैला हुआ है.
दुर्गापुर परिसर में तेंदुए और शेर के हमले की घटनाएं लगातार बढ रही है. दुर्गापुर वार्ड क्रमांक 3 में रहने वाली गीताबाई मेश्राम अपने घर के आंगन में खडी थी. इसी परिसर में एक तेंदुआ दबकर घात लगाकर बैठा था. देखते ही देखते उस तेंदुए ने सीधे गीताबाई पर हमला बोल दिया. गर्दन अपने मुंह में पकडकर खुन का घुट पीते हुए गीताबाई को मौके पर ही मार डाला. इसके बाद तेंदुआ गीताबाई की लाश घसीटते हुए ले जा रहा था. इतने में गीताबाई का बेटा घर के बाहर आया और जोरजोर से चिखपुकार करने लगा. यह सुनकर तेंदुआ गीताबाई की लाश वहीं फेंककर भाग गया. ऐसी ही एक घटना 28 अप्रैल को भी सिंदेवाही तहसील के गुंजेवाही क्षेत्र के चिकमारा गांव में घटी थी. बाघ सीधे घर में घुसा और महिला का शिकार कर लिया था.
तेंदुआ नहीं पकडते तब तक लाश नहीं उठाने की भूमिका
दुर्गापुर परिसर में बाघ और तेंदुए पिछले कई माह से आवागमन कर रहे है. कई बार लोगों पर हमला किया, फिर भी वन विभाग ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अब हिंसक प्राणी मनुष्य का शिकार कर रहे है. इसके कारण नाराज नागरिकों ने चंद्रपुर परिक्षेत्र के मुख्य वनसंरक्षक कार्यालय के सामने गीताबाई की लाश रखकर अपना गुस्सा निकाला. तेंदुए को तत्काल पकडने की मांग की. जिसके कारण वहां तनाव की स्थिति निर्माण हुई थी. यहां का माहौल देखते हुए दुर्गापुर के थानेदार स्वप्नील धुले समेत दंगा नियंत्रण पथक व पुलिस का तगडा बंदोबस्त लगाया गया. आखिर वन अधिकारी ने तेंदुए को जल्द ही पकडने का आश्वासन दिया. तब जाकर परिसरवासियों ने लाश उठायी.