
नागपुर/दि.14-समृद्धि महामार्ग पर हो रही दुर्घटनाओं में नागरिकों के साथ ही कई बार वन्यप्राणी भी दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. इस बार रविवार को समृद्धि महामार्ग के नीचे वन्यप्राणियों के लिए बनाए अंडरपास से सटे एक खेत की फेसिंग में तेंदुआ फंस गया. सूचना मिलने पर सेमिनरी हिल्स ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर की टीम घटनास्थल पहुंची. वहां की परिस्थिति को देखते हुए टीम ने तेंदुए को ‘फिजिकल रेस्क्यू’ करने का फैसला किया. इसके बाद तत्परता से तेंदुए को कैचपोल की मदद से रेस्क्यू भी कर लिया. ये रेस्क्यु सुबह 9 बजे हुआ.
यह घटना बूटीबोरी वन परिक्षेत्र के तहत बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग पर जीरो प्वाइंट टोल बूथ के पास मुंबई से नागपुर की ओर आने वाले महामार्ग के नीचे हुई. वहां वन्यप्राणियों के लिए निर्मित अंडरपास से सटकर एक खेत है. इस खेत की फेसिंग में तेंदुआ फंसा हुआ था. स्थानीय नागरिकों ने बूटीबोरी के वनपरिक्षेत्र अधिकारी प्रमोद वाडे को सूचित किया.
* बिना बेहोश किए फेंसिंग से किया अलग
आरएफओ वाडे की सूचना पर टीटीसी की टीम घटना स्थल पहुंची. वहां ‘कैचपोल’ की मदद से तेंदुए के पैर और गर्दन को पकड़कर उसे जाली की मदद से पकड़ा गया. इस तरह तेंदुए को बेहोश किए बिना फेसिंग से छुड़ाया. तार की फेसिंग में फंसने से तेंदुआ मामूली जख्मी हो गया था. इसे देखते हुए तेंदुए को एंबूलेंस से आगे के उपचार के लिए सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर लाया गया है. यह रेस्क्यू ऑपरेशन जिले के उपवनसंरक्षक डॉ. भारतसिंह हाडा के मार्गदर्शन में एसीएफ मनोज धनविजय, आरएफओ प्रमोद वडे, राज्य वन्यजीव मंडल के पूर्व सदस्य कुंदन हाते के नेतृत्व में हरीश किनकर, प्रतीक घाटे, सानप, आंधले, समीर नेवारे, बंडू मंगर, खेमराज नेवारे, विलास मंगर, आशीष महाल की टीम ने किया. अब तेंदुए का उपचार पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश फुलसुंगे, डॉ. सिद्धांत मोरे की टीम कर रही है.