विदर्भ

स्कूल बंद के कारण बच्चों का नुकसान

नेटवर्क की वजह से हो रही परेशानी

  • विद्यार्थी प्रतिनिधि महेश बुंदे ने सौंपा ज्ञापन

दर्यापुर/दि. ३ – मार्च से लेकर अब तक समय बीत गया, लेकिन स्कूल की घंटी नहीं बची. महाराष्ट्र में सभी कामकाज सहज शुरु हो गए है फिर भी अब तक स्कूल शुरु नहीं, स्कूल जल्द ही शुरु करे, ऐसी मांग को लेकर विद्यार्थी प्रतिनिधि महेश बुंदे ने शिक्षा विभाग को ज्ञापन सौंपा.
सौंपे ज्ञापन के अनुसार स्कूल बंद होने के कारण सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्र के गरीब बच्चों को नुकसान हुआ है. महाराष्ट्र सरकार ने स्कूल बंद परंतु शिक्षा चालू ऐसी योजना शुरु की है. मगर ग्रामीण क्षेत्र में यह योजना कितनी सफल है, इसकी जांच करना जरुरी है. ग्रामीण क्षेत्र में कई परिवार रहते है, वे अपना जीवन यापन गरीबी रेखा के निचे करते है, दिनभर काम किये बगैर पेट नहीं भरता इसके कारण ऐसे लोग १० से १५ हजार रुपए को एन्ड्राईड मोबाइल कैसे ले सकते है, उसका विचार करने की जरुरत है. अगर गरीब परिवार के पास मोबाइल न हो तो ऑनलाइन पढाई का क्या फायदा. जिनके पास मोबाइल है मगर पर्याप्त इंटरनेट नहीं मिलता, इंटरनेट के लिए हर माह ३०० से ४०० रुपए खर्च करना पडता है, जिसके कारण इंटरनेट का उपयोग टाल रहे है, ऐसी कई परेशानियां निर्माण हुई है. सरकार व्दारा उचित नियोजन कर क्लास रुम में भीड न हो पाये ऐसी दुरिया बनाकर स्कूल शुरु करे, ऐसी भी मांग ज्ञापन के माध्यम से की.

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