गोंदिया/दि.14 – गोंदिया जिले की सीमा से सटे मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ राज्य में बड़ी संख्या में आंतरराज्यीय बस फेरियां शुरु है. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रादुर्भाव के कारण मध्यप्रदेश शासन ने महाराष्ट्र की एसटी बस को 15 अप्रैल तक अपने राज्य में प्रवेश न देने व मध्यप्रदेश की बसेस महाराष्ट्र में न भेजने का निर्णय लिया है. इस निर्णय से रापनि के गोंदिया डिपो हर रोज 50 हजार का नुकसान सहन करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर हजारों यात्रियों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
उल्लेखनीय है कि कोरोना के संसर्ग से राज्य को बचाने के लिये मध्यप्रदेश सरकार ने इससे पूर्व 21 से 31 मार्च तक आंतरराज्यीय बस फेरियां बंद करने का निर्णय लिया था. इसे अब 15 अप्रैल तक बढ़ाया गया है.15 अप्रैल तक महाराष्ट्र की कोई भी बस मध्यप्रदेश की सीमा में प्रवेश नहीं करेगी. वहीं मध्यप्रदेश की कोई भी बस महाराष्ट्र के यात्रियों को लेकर नहीं जाएगी. गोंदिया जिला मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ की सीमा पर होने से दोनों राज्य के हजारों यात्री यहां से रेल्वे व बस से यात्रा करते हैं. गोंदिया से रेल्वे शुरु है. लेकिन बस सेवा बंद रहने से बस स्थानक पर पहुंचने के बाद यात्रियों के सामने संकट उपस्थित रहता है. फिलहाल गोंदिया से मध्यप्रदेश की बसेस बंद होने से यात्रियों को पैदल अपने गांव जाना पड़ रहा है. गोंदिया आगार से बालाघाट, रजेगांव, लालबर्रा, लांजी, छिंदवाडा, किरणापुर के लिये हर रोज 26 बसेस दौड़ती है. लेकिन आज की घड़ी में सभी बसेस राज्य की सीमा तक ही दौड़ रही है.
मध्यप्रदेश में बस को बंदी होने से मध्यप्रदेश की ओर जाने वाली यात्री अत्यंत परेशान दिखाई दे रहे हैं. सिर्फ सीमा तक ही बसेस दौड़ती है. इस कारण नियमित यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी संकटों का सामना करना पड़ रहा है.