विदर्भ

महारेरा निवेशक ग्राहकों को किया सतर्क

कहा-212 प्रकल्पों से रहें दूर

* नागपुर जिले के 8 और अमरावती के 4 प्रकल्पों का समावेश
* सूची जारी की
नागपुर/दि.23-ग्राहकों के साथ धोखाधडी न हो इसके लिए महारेरा ने 212 गृहनिर्माण प्रकल्पों की सूची घोषित की है. इन प्रकल्पों में नागपुर जिले के आठ तथा अमरावती के चार प्रकल्पों का समावेश है. ग्राहक निवेश न करें ऐसे 212 गृहनिर्माण प्रकल्पों की सूची महाराष्ट्र अचल संपत्ति नियामक प्राधिकरण अर्थात महारेरा ने घोषित की है. इन प्रकल्पों में ग्राहकों ने निवेश किया तो उनके साथ धोखाधडी हो सकती है, ऐसा महारेरा ने स्पष्ट किया है.

जनवरी से अप्रैल 2023 इन चार महिने में महारेरा के पास पंजीकृत किए गए प्रकल्पों में से 212 गृहनिर्माण प्रकल्पों की वर्तमान स्थिति क्या है? इस बारे में कोई जानकारी संबंधितों ने पेश नहीं की. इसी तरह नियमानुसार महारेरा के पा प्रकल्प दर्ज करने के बाद हर तीन महिने में त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट पेश कर उसे वेबसाइट पर उपलब्ध करना अनिवार्य है.

किंतु इन 212 हाउसिंग सोसाइटीयों से महारेरा ने बार बार पूछताछ करने पर भी कोई प्रतिसाद नहीं दिया. जिससे यह प्रतीत होता है कि, विकासक खुद ही प्रकल्प संबंध में गंभीर नहीं. ग्राहकों के प्रति और विनियामक प्रावधान के पूर्तता को लेकर उदासीनता दिखाने वाले ऐसे प्रकल्पों में ग्राहकों का निवेश सुरक्षित रहने की गारंटी नहीं.

परिणामस्वरूप ग्राहकों को सर्तक करने के उद्देश्य से महारेरा द्वारा राज्य के 212 प्रकल्पों की जिला निहाय सूची अपने वेबसाइट पर घोषित की है.

* अमरावती के चार प्रकल्प
इसमें विदर्भ के 21 प्रकल्पों में से नागपुर के 8, अमरावती के 4, चंद्रपुर और वर्धा के प्रत्येकी 3 तथा भंडारा, बुलडाणा और अकोला के प्रत्येकी एक प्रकल्प का समावेश है.

नागपुर के जिले के प्रकल्पों में इंद्रायणी पार्क (इंद्रायणी डेवलपर्स), माधव-2 कॉम्प्लेक्स (विजय माधवराव चिकाटे), सरस्वति नगर 3 (साई इन्फ्रा), यशोदा (यशोदा बिल्डर्स अ‍ॅण्ड डेवलपर्स), विश्वनाथ पार्क 2 (आदित्य अमित निलावार), मोरेश्वर पार्क 5 (प्रसन्न डेवलपर्स अ‍ॅण्ड प्रसन्न प्लॅनर्स), पुरोहित मॅन्शन (गणेश बिल्डर्स), साईनगरी (उकुुंडे इन्फ्रास्ट्रक्चर) का समावेश है.

* सबसे ज्यादा पुणे के प्रकल्प
किसी भी तरह की जानकारी पेश नहीं करने वाले सर्वाधिक प्रकल्पों की संख्या पुणे में है. पुणे में इस प्रकार के 47 प्रकल्प है. इसके बाद नाशिक, पालघर के प्रत्येकी 23, ठाणे 19, रायगड 17, छत्रपति संभाजीनगर के 13 प्रकल्प है. प्रदेश निहाय आंकडे देखे जाए तो मुंबई महाप्रदेश और कोंकण की संख्या सर्वाधिक 76 है. इसके बाद पुणे क्षेत्र 64, उत्तर महाराष्ट्र 31, विदर्भ 21, और मराठवाडा के 20 प्रकल्पों का इसमें समावेश है.

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