ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले महावितरण के सहायक अभियंता निलंबित

यवतमाल /दि.30- तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश जैसी नैसर्गिक आपदा में भी विद्युत ग्राहकों को भगवान भरोसे छोडकर मुख्यालय में उपस्थित नहीं रहना और वरिष्ठ के पत्र का जवाब न देने, विद्युत बिल वसूली में लापरवाही बरतकर महावितरण का राजस्व डुबाना और महावितरण की सेवा बाबत रही लापरवाही के कारण दारव्हा ग्रामीण वितरण केंद्र-2 के सहायक अभियंता राहुल डोंगरे को महावितरण की सेवा से निलंबित किया गया है. अधीक्षक अभियंता ने यह कार्रवाई की.
इस बार मानसून के आगमन के पूर्व ही जिले सहित राज्य मेें मूसलाधार बारिश सहित हर दिन आंधी तूफान चल रहा है. इस पृष्ठभूमि पर महावितरण ने हाई अलर्ट जारी किया है. आपदा व्यवस्थापन नियंत्रण कक्ष की परिमंडल स्तर पर स्थापना की गई है. साथ ही तेज हवाओं के कारण खंडित हुई बिजली आपूर्ति तत्काल दुरुस्त करने के लिए पूर्व अनुमति के बगैर किसी को भी मुख्यालय न छोडने के स्पष्ट आदेश दिये गये है. दारव्हा विभाग में में मंगलवार को शाम के समय हुई गरज के साथ बारिश के कारण 12 उपकेंद्रों की बिजली आपूर्ति खंडित हो गई थी. इस कारण करीबन 40 हजार ग्राहकों की रात अंधेरे मेें गई थी. ऐसी आपातकालीन परिस्थिति में महावितरण के पूरे दल को एकसाथ काम करना अपेक्षित रहते सहायक अभियंता राहुल डोंगरे मुख्यालय में न रुकते हुए और कोई भी अनुमति पहले से न लेते हुए वर्धा चले गये. वे सीधे दूसरे दिन सुबह कार्यालय में उपस्थित हुए. इस कारण संबंधित सहायक अभियंता की महावितरण और ग्राहक बाबत कोई भी आस्था दिखाई न देने की बात स्पष्ट होती है, ऐसा महावितरण ने कहा है. साथ ही डोंगरे द्वारा ड्यूटी के दौरान प्रमुख रुप से वरिष्ठ कार्यालय तथा अधिकारियों को विद्युत बिल की वसूली बाबत दिया गया लक्ष्य पूर्ण न करना, विशेष यानि सेवाविनिमय के प्रावधान के मुताबिक बंधात्मक कार्रवाई बाबत दिये गये कारण बतााओं नोटीस का जवाब न देना, अपने अधीन रहे कर्मचारियों पर नियंत्रण न रखना, मुख्यालय में न रहना आदि बातें उजागर हुई. उनका यह व्यवहार केवल महावितरण की अधिसूचना तथा सेवा नियम का उल्लंघन ही नहीं करता, बल्कि महावितरण का आर्थिक नुकसान करने वाला रहने की बात स्पष्ट होने से उन्हें सेवा से निलंबित किये जाने की जानकारी महावितरण की तरफ से दी गई है.