विदर्भ

महावितरण की बिजली सबसे महंगी

किसानों का भार अन्य ग्राहकों पर

नागपुर प्रतिनिधि/दि.22 – मुंबई के कुछ इलाकों के ग्राहकों को अदानी, बेस्ट, टाटा पॉवर इन तीन निजी बिजली वितरण कंपनियों व्दारा तथा राज्य के अन्य क्षेत्रों में महावितरण की ओर से बिजली आपूर्ति की जा रही है. चारों कंपनियों के बिलों की तुलना करने पर महावितरण की बिजली सबसे ज्यादा महंगी साबित हो रही है. वहीं बेस्ट के 500 यूनिट तक उपयोग पर ग्राहकों को सबसे सस्ती बिजली दी जा रही है. 700 यूनिट से अधिक बिजली का उपयोग करने वाले ग्राहकों को अदानी की बिजली सस्ती साबित हो रही है.
राज्य में सबसे ज्यादा 2 करोड 73 लाख 31 हजार से अधिक महावितरण के ग्राहक है. महावितरण के ग्राहकों ने 42 लाख 58 हजार 351 किसान ग्राहक है. आवासिय ग्राहक 2 करोड 4 लाख 55 हजार 281 ग्राहक, कमर्शियल 19 लाख 56 हजार 64 ग्राहक, औद्योगिक 3 लाख 14 हजार 466 ग्राहक व अन्य संवर्ग के 3 लाख 47 हजार 563 ग्राहकों का समावेश है. इसी दरमियान राज्य में किसानों को सहुलियत की दर में बिजली उपलब्ध की जा रही है. यह सभी महावितरण के ग्राहक है. किसानों पर बिजली का अतिरिक्त भार कुछ प्रमाण में सरकार पर तथा शेष भार अन्य ग्राहकों पर डाला जा रहा है. बिजली तज्ञों के अनुसार सरकार की ओर से 16 फीसदी बिजली शुल्क और बिजली बिल टैक्स को छोडकर राज्य में 30 यूनिट तक बिजली का उपयोग करने वाले ग्राहकों से महावितरण 247.30 रुपए, अदानी 204.10 रुपए, बेस्ट 165.40 रुपए, टाटा पॉवर 183.10 रुपए बिजली बिल वसूलती है. 100 यूनिट बिजली का उपयोग करने वाले ग्राहकों से महावितरण 591 रुपए, अदानी 517, बेस्ट 388, टाटा पॉवर 447 रुपए वसूलती है. 500 यूनिट का उपयोग करने वाले ग्राहकों से महावितरण 4 हजार 721 रुपए, अदानी 3,485 रुपऐ, बेस्ट 3 हजार 388 रुपए, टाटा पॉवर 3 हजार 645 रुपए वसूलती है. 1 हजार यूनिट का उपयोग करने वालों से महावितरण 11 हजार 301 रुपए, अदानी 8 हजार 195 रुपए, बेस्ट 8 हजार 483 रुपए, टाटा पॉवर 8 हजार 855 रुपए वसूलती है.

Related Articles

Back to top button