विदर्भ

स्वयं को शांति एवं प्रेम का स्वरूप बनाएं : डॉ. संतोष महाराज

शिवधारा का १३ वां वार्षिक महोत्सव

* अमृत ग्रंथ का पाठ साहिब का पठन
परतवाड़ा/दि. २४– परतवाड़ा शहर में १६ से १८ अप्रैल तक तीन दिवसीय शिवधारा का १३ वां वार्षिक महोत्सव आयोजित किया गया. इस महोत्सव दौरान संत डॉ. संतोष महाराज ने मानवता का संदेश दिया. स्वयं को शांति एवं प्रेम का स्वरूप बनाते हुए पूरे संसार में इन दिव्य भावों को फैलाते जाएं, यह संदेश महाराज ने दिया. शिवधारा वार्षिक महोत्सव में परतवाडा, अकोला, अकोट, अमरावती, वर्धा से हजारों की संख्या में सम्मिलित हुए विशाल मानव परिवार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए. परम पूज्य संत श्री डॉ. संतोष महाराज महाराज के आशीर्वचनों द्वारा प्रेम, शांति एवं मानवता का दिव्य संदेश प्रसारित करने वाले इस तीन दिवसीय समागम का सफलतापूर्वक समापन हुआ. वार्षिक महोत्सव के पहले दिन शिवधारा अमृत ग्रंथ का पाठ साहिब का पठन किया गया एवं स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन हुआ. जिसमें विशेषज्ञ डॉ. राम तेजवानी, डॉ. शशिकांत नवले, डॉ. श्वेता राम तेजवानी, डॉ. अनंत पोरे, डॉ. रवि गणेशकर, डॉ. अमोल चिंचोले, डॉ. मोहित दुलानी, डॉ. सचिन भोजने, डॉ. प्रकाश खुशालानी, डॉ. राकेश तेजवानी, डॉ. रिया तेजवानी, डॉ. आदेश बरडिया, डॉ. प्रेम सहजवानी, डॉ. भाविका चंदनानी, डॉ. मनीष चंदनानी ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं.
* जनेऊ संस्कार का समझाया महत्व
वार्षिक महोत्सव के दूसरे दिन परम पूज्य संत श्री ने सामूहिक जनेऊ
संस्कार में जनेऊ-संस्कार का महत्व समझाते हुए बताया कि जनेऊ धारण करने के बाद बुरे संस्कारों का शमन करके अच्छे संस्कारों को स्थाई बनाया जाता है. सामूहिक जनेऊ संस्कार के कार्यक्रम में परतवाड़ा के साथ-साथ अमरावती, अकोट, वर्धा के बटुकों का साईं जी द्वारा जनेऊ संस्कार किया गया किया.
* विधायक बच्चू कडू की उपस्थिति
मंगलवार को कार्यक्रम में विधायक बच्चू कडू पधारे. संस्था की ओर से उनका सम्मान चिह्न, शाल, श्रीफल से सत्कार किया गया. इस अवसर पर उन्होंने शिवधारा आश्रम के सेवा कार्यों की सराहना की और अपना भाव भेंट रखा की मैं भी सदैव शिवधारा मिशन फाऊंडेशन के सेवा कार्यों से जुडा रहूंगा. मंगलवार को निष्काम भाव से जो समाज सेवा करते हैं उनको भी शिवधारा अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया.
* नृत्य-नाटिका प्रस्तुति ने किया मंत्रमुग्ध
तीनों दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने अलग-अलग भजनों पर नृत्य पेश किए. साथ-साथ रामायण आधारित एवं सद्गुरु बाबा शिवभजन जी महाराज जी की कृपा पर आधारित नाटिकाएं, हास्य कलाएं व शिक्षा भरी प्रस्तुतियां पेश की गई.
* इनका मिला सहयोग
शिवधारा वार्षिक महोत्सव को सफल बनाने के लिए स्थानीय समिति के अमरलाल मेघवानी, शंकरलाल बाशानी, नंदलाल टहलवानी, कन्हैयालाल काकानी, ज्ञानीराम गेहानी, गोपाल सेठ लुल्ला, त्रिकमदास विधानी, दीपक वाधवानी, पप्पू सेठ चंदनानी, प्रेम भक्तानी, जयरामदास बनानी, राम भक्ततानी, काकाश्री देवीदास बुधवानी, कन्हैयालाल रेवलानी, ओमी विधानी, अरुण मेघवानी, लखन विधानी, योगेश नचवानी, कालू सेठ ज्ञानचंदानी, विजयकुमार थावानी, मुकेश नचवानी, विजय गेहानी, माखनलाल मेघवानी, श्रीचंद खुशालानी, दीपक खुशालानी, अमोल नाराडे, मनोज गेहानी व महेश मेघवानी का समावेश था. महोत्सव को सफल बनाने के लिए अमृतवेला ट्रस्ट, महाकाल गु्रप, ओम शांति से लता बहन का भी सहयोग मिला, जिनका शाल, श्रीफल देकर सत्कार किया गया.

Related Articles

Back to top button