विदर्भ

‘समृद्धि’ पर सर्वाधिक हादसे सुबह 6 से दोपहर 2 बजे के दौरान

हादसों में सर्वाधिक मौतें रात 12 से तडके 3 बजे के बीच

* महामार्ग सुरक्षा पुलिस विभाग ने तैयार की रिपोर्ट
नागपुर/दि.30- समृद्धि महामार्ग पर सर्वाधिक हादसें सुबह 6 से दोपहर 12 बजे के दौरान और हादसों में सर्वाधिक मौतें रात 12 से तडके 3 बजे के दौरान होने की जानकारी दर्ज की गई है. 11 दिसंबर 2022 से लेकर अब तक की कालावधी के दौरान समृद्धि महामार्ग पर घटित हादसों और हादसों में हुई मौतों को लेकर महामार्ग सुरक्षा पुलिस द्बारा तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर यह जानकारी सामने आयी है. जिसके मुताबिक 11 दिसंबर 2022 को समृद्धि महामार्ग का लोकार्पण होने के बाद से लेकर अब तक इस महामार्ग पर कुल 729 हादसे घटित हो चुके है. जिनमें 101 लोगों की मौत हुई है. वहीं 262 लोग गंभीर रुप से तथा 486 लोग छिटपूट रुप से घायल हुए है.
महामार्ग पुलिस द्बारा तैयार की गई रिपोर्ट में दी गई विश्लेषनात्मक जानकारी के मुताबिक समृद्धि महामार्ग पर सुबह 6 से दोपहर 12 बजे तक सर्वाधिक 211 हादसे घटित हुए. जिसमें से 105 हादसों में कोई भी घायल नहीं हुआ. वहीं 106 हादसों में 21 लोगों की मौत हुई तथा 60 लोग गंभीर व 125 लोग घायल हुए. इस रिपोर्ट में यह भी पता चला कि, समृद्धि महामार्ग पर घटित हादसों में सर्वाधिक मौतें रात 12 से तडके 3 बजे के दौरान हुई. इस समय के दौरान घटित 32 हादसों में कोई भी घायल नहीं हुआ. परंतु शेष 59 हादसों में 44 लोगों की मौत हुई. वहीं 39 लोग गंभीर व 84 लोग घायल हुए. इसके अलावा तडके 3 से सुबह 6 बजे के दौरान घटित 146 में से 64 हादसों में कोई भी घायल नहीं हुआ. वहीं शेष 82 हादसों में 9 लोगों की मौत हुई तथा 79 लोग गंभीर व 96 लोग घायल हुए. इसके साथ ही दोपहर 12 से शाम 6 बजे तक घटित 168 हादसों में से 72 हादसों में कोई भी घायल नहीं हुआ. वहीं शेष 96 हादसों में 17 लोगों की मौत हुई तथा 71 लोग गंभीर व 111 लोग घायल हुए. इसके साथ ही शाम 6 से रात 9 बजे के दौरान घटित 54 हादसों में 34 हादसों में कोई भी घायल नहीं हुआ. वहीं शेष 20 हादसों में यद्यपि 1 भी मौत नहीं हुई, लेकिन 8 लोग गंभीर और 35 लोग घायल हुए. वहीं रात 9 से 12 बजे के दौरान घटित 59 हादसों में से 31 हादसों में कोई भी गंभीर तौर पर घायल नहीं हुआ, वहीं शेष 28 हादसों में 10 मौतें होने के साथ ही 5 लोग गंभीर व 35 लोग घायल हुए. ऐसी जानकारी इस रिपोर्ट के जरिए सामने आयी है.

* महामार्ग सुरक्षा के एडीजी सिंघल ने भी की थी समीक्षा
उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों ही महामार्ग सुरक्षा विभाग के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक डॉ. रवींद्र सिंघल ने नागपुर का दौरा किया और समृद्धि महामार्ग पर घटित होने वाले हादसों की संख्या और वजहों को लेकर आवश्यक समीक्षा की. उस समय एडीजी डॉ. सिंघल ने एक पत्रवार्ता लेते हुए बताया था कि, विगत 8 माह के दौरान समृद्धि महामार्ग पर वाहन चलाते समय ड्राइवर को नींद की झपकी लगने की वजह से 12 सडक हादसे घटित हुए. जिसमें 44 लोगों की मौतें हुई. वहीं ओवर स्पीड वाहन चलाने की वजह से हुए 31 हादसों में 33 लोगों की जान गई. इसमें से सर्वाधिक हादसे व मौते रात 12 से तडके 3 बजे के दौरान घटित हुए. साथ ही उन्होंने यह जानकारी भी दी थी कि, देश में प्रतिवर्ष सडक हादसों में औसत 1 लाख 53 हजार नागरिकों की मौतें होती है. वर्ष 2022 के दौरान अकेले महाराष्ट्र में ही 15 हजार लोगों की जाने सडक हादसों में गई है. महाराष्ट्र में नाशिक, पुणे, अहमदनगर, सोलापुर व जलगांव में घटित सडक हादसों में सर्वाधिक मौते हुई है तथा कुल 1 हजार 4 स्थानों को ‘ब्लैक स्पॉट’ के तौर पर चिन्हित किया गया है. जहां पर आवश्यक सुधार करते हुए सडक हादसों की संख्या को घटाने का काम किया जा रहा है. इसके अलावा सडक हादसों को टालने हेतु समृद्धि महामार्ग पर डिझाइनिंग, साइन बोर्ड लगाने, लाइटींग, डिवाइडर व उडानपुल तैयार करने जैसे उपायों पर अमल किया जा रहा है. इसके साथ ही एडीजी रवींद्र सिंघल ने बताया कि, महामार्गों की तुलना में शहरी क्षेत्र में घटित होने वाले सडक हादसों और ऐसे हादसों में होने वाली मौतों का प्रमाण भी काफी अधिक है. इसमें से अधिकांश हादसे दुपहिया वाहनों से संबंधित और यह भी देखा गया है कि, हादसे का शिकार होने वाले अधिकांश दुपहिया चालकों द्बारा हेल्मेट का प्रयोग नहीं किया गया था. ऐसे में शहरी क्षेत्र में घटित होने वाले हादसों के बारे में संबंधित जिलाधीशों, पुलिस आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों से चर्चा करते हुए सडक हादसों को टालने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा समृद्धि महामार्ग पर हादसों को टालने हेतु सभी निजी ट्रैवल्स व लक्झरी बसों एवं उनके चालकों की पडताल की जा रही है. साथ ही मृत्युंजय योजना के अनुसार 3605 दूत नियुक्त किए गए है. इसके अलावा 24 सहायता केंद्र में से कुछ केंद्र शुरु कर दिए गए है. एवं कुछ केंद्रों का काम शुरु है. इन सभी उपायों के चलते समृद्धि महामार्ग पर पहले की तुलना में सडक हादसों का प्रमाण काफी हद तक कम हो गया है.

* महामार्ग सम्मोहन टालने हेतु आवश्यक उपाय
समृद्धि महामार्ग पर एक ही स्थिति में बैठे रहते हुए लंबे समय तक वाहन चलाने की वजह से वाहन चालक सम्मोहित होकर हादसे का शिकार होता है. ऐसा निष्कर्ष वीएनआईटी एवं विविध संस्थाओं द्बारा किए गए अध्ययन के जरिए निकाला गया था. जिसके चलते समृद्धि महामार्ग पर वाहन चालक सम्मोहन का शिकार न हो, इस हेतु महामार्ग पर हरियाली, साइन बोर्ड व लाइटींग जैसे विविध उपाय किए जाने की जानकारी भी एडीजी रवींद्र सिंगल द्बारा दी गई.

* समृद्धि महामार्ग पर हादसों व मौतों के आंकडे
(11 दिसंबर 2022 से 21 जुलाई 2023)
वजह हादसे मौतें
टायर फूटना 04 10
झपकी लगना 12 44
ओवर स्पीड 21 33
जानवर बीच में आना 01 01
ब्रेक डाउन 02 02
अन्य 07 11

* समृद्धि पर किस वक्त के दौरान कितने हादसे व मौतें?
वक्त हादसे मौतें
रात 12 से 3 12 44
तडके 3 से 6 06 09
सुबह 6 से 12 13 21
दोपहर 12 से 6 11 17
शाम 6 से 9 00 00
रात 9 से 12 05 10

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