नागपुर/दि.3 – नोकरी लगाने के बहाने एक नाबालिक छात्रा को 1 लाख रुपए में गुजरात में बेचे जाने की सनसनीखेज घटना एमआईडीसी परिसर में उजागर हुई है. इस मामले में एमआईडीसी पुलिस ने अपराध दर्ज कर ्रगुजरात के दो युवकों समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक महिला का भी समावेश है.
विशाखा प्रदीप बिस्वास (35,एमआईडीसी), निखिल गिरिषभाई पटेल (35, बडी चिचोली, अरवली, गुजरात) व प्रकाश मेघाभाई वनकर (30, मेघरज, जिला अरवली) यह गिरफ्तार किये गए आरोपियों के नाम है. पीडित 16 वर्षीय छात्रा फिलहाल पढ रही है. उसके माता-पिता एमआईडीसी की एक कंपनी में काम करते है. विशाखा पीडित छात्रा की सहेली को पहचानती है. दिसंबर माह में छात्रा विशाखा से मिली. विशाखा ने उसे गुजरात में कपडे की दुकान में नोकरी लगाने का प्रलोभन दिया. वह छात्रा को लेकर गुजरात गई. निखिल के माध्यम से विशाखा ने 1 लाख रुपए प्रकाश को बेच दी. प्रकाश ने नाबालिग लडकी से विवाह कर लिया.
इस बीच लडकी लापता होने के कारण रिश्तेदारों ने एमआईडीसी पुलिस थाने में शिकायत दी. पुलिस ने अपहरण का अपराध दर्ज किया. पुलिस उपायुक्त लोहित मतानी के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक उमेश बेसरकर, महिला सहायक पुलिस निरीक्षक शारदा भोपाले, हेडकाँस्टेबल ओमप्रकाश, राजेश, विजय, रविंद्र जाधव व सचिन ने लडकी की खोज की. उसके बाद पुलिस ने विशाखा को गिरफ्तार कर विशाखा के साथ पुलिस गुजरात गई. लडकी को वहां से लाते हुए दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार किया.
नकली दस्तावेज तैयार किये
विशाखा उस गिरोह की सरगना है. उसने नाबालिग लडकी के नकली दस्तावेज तैयार किये जाने की संभावना है. इसके आधार पर उसने 18 वर्ष पूरी होने की बात प्रकाश को बताई थी. विशाखा ने और कितनी युवतियों को बेचा है, इसकी तहकीकात एमआईडीसी पुलिस कर रही है.