अल्पभूधारक किसान ने कुएं के गहराईकरण के लिए झोंका अपने परिवार को
धारणी तहसील के गोंडवाडी गांव का मामला
धारणी/दि.30– शासन की तरफ से विविध योजना किसानों का आर्थिक विकास करने के लिए चलाई जाती है. कुछ योजना लाभार्थियों को पूर्ण रुप से लाभदायक साबित होने की बजाए कभी-कभी इसमें बडी दुविधा निर्माण होती है. ऐसी ही एक दिल को छूने वाली घटना धारणी तहसील के गोंडवाडी गांव के अल्पभूधारक किसान की है.
लालजी जावरकर ऐसे इस किसान का नाम है. उसकी गोंडवाडी में खेती है. पहले काफी खेती पास में रहनेवाले लालजी के हिस्से में परिवार के विस्तार के बाद में केवल पौने दो एकड खेती आई है. इस कारण इस खेती से अधिक से अधिक उत्पादन लेते आ सके इसके लिए लालजी ने शासकीय योजना से खेत में सिंचाई के लिए कुआं किया. 4 वर्ष पूर्व खुदाई किए गए इस कुएं में अब जलस्तर नीचे चले जाने से गहराईकरण होना उसका आवश्यक हो गया है. लेकिन इस बाबत शासन के पास कोई योजना न रहने से मजबूरन लालजी जावकर को दो बेटे, पत्नी, बहू और दामाद की सहायता से कुएं के गहराईकरण का काम करना पड रहा है. कुएं की करीबत 40 फुट गहराई से निकाले जाते पत्थर कुएं में लगी खिराडी की सहायता से बाहर खिचकर निकाले जाते है. मजदूरी के भाव बढने से मजदूर लगाना इस अल्पभूधारक किसान के लिए मुश्किल है. इस कारण परिवार के सदस्यों की सहायता से यह मुश्किल काम करते रहने की जानकारी लालजी जावकर ने दी. साहब इस काम के लिए सरकार की तरफ से कोई स्कीम है क्या, ऐसी पूछताछ भी इस किसान ने की. लालजी जावरकर जैसे अनेक किसान मेलघाट में रहते हैं. ऐसे स्वाभिमान से जीवन बीताने वाले किसान की उन्नति के लिए कुआं गहराईकरण योजना चलाई जानी चाहिए, ऐसी भावना इस अवसर पर उन्होंने व्यक्त की.
* ऐसी योजना फिलहाल अस्तित्व में नहीं
कुएं के गहराईकरण अथवा दुरुस्ती बाबत कोई भी योजना फिलहाल अस्तित्व में नहीं है. पहले सिंचन विहिर (कुआं) योजना के तहत दुरुस्ती होती थी. लेकिन यह योजना बंद हो गई है.
– महेश पाटिल,
गटविकास अधिकारी धारणी