विदर्भ

‘विधायक-सांसद मालामाल, किसान हो रहे बेहाल’

संतप्त संतरा उत्पादक किसानों की नारेबाजी

* विधायक व तहसीलदार के कार्यालय में संतरा फेंककर जताया निषेध
वरूड/दि.2– वरूड-जरूड में हजारो टन संतरा पेड पर ही है. इन संतरों की अब तक बिक्री नहीं होने से संतरा उत्पादक चिंता में आ गए है. संतरा उत्पादकों के हाल बेहाल होने पर भी जनप्रतिनिधि मौन रहकर केवल राजनीति कर रहे है, यह आरोप लगाते हुए सरकार ने संतरे का मूल्य निर्धारित कर खरीदी करने की मांग को लेकर सैकडों किसानों ने सोमवार को तहसील कार्यालय में संतरा फेंक कर आक्रोश व्यक्त किया. विधायक भुयार के शेतकरी भवन कार्यालय में भी संतरा उत्पादकों ने संतरा फेंके. ‘सांसद-विधायक मालामाल, किसान हो रहे बेहाल’ ऐसी नारेबाजी की. इस समय तीव्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए विधायक और सांसद को गांवबंदी घोषित की.
बांग्लादेश ने निर्यात कर बढाने से संतरे के दामों में गिरावट लाई. तहसील में 50 हजार टन संतरा पेडों पर ही लटके है. आखिरकार संतरा उत्पादकों ने खेत में जाकर बैठक ली. और सोमवार की सुबह 11 बजे सैकडों किसान तहसील कार्यालय पहुंचे और सरकार की नीति का निषेध किया.

* सांसद व विधायक का करेंगे घेराव
सहकारी तत्व पर शुरु हुआ संतरा प्रकल्प बंद हुआ. केवल संतरा प्रकल्प का लॉलीपॉप दिखाने वाले सांसद व विधायक का घेराव करेंगे, ऐसा जरूड के संतरा उत्पादक किसानों ने बताया.

* न्याय के लिए रास्ते पर उतरेंगे
कर्ज और बच्चों की शिक्षा पर होने वाले खर्च के कारण संतरा उत्पादकों के जीवनयापन का प्रश्न निर्माण हो गया है. इसलिए न्याय की मांग को लेकर रास्ते पर उतरेंगे, ऐसा अनिरुद्ध देशमुख, योगेश देशमुख, सोपान ढोले, प्रशांत कालबेंडे ने कहा.

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