विदर्भ

उचित प्रबंधन के अभाव में 1000 से अधिक वैक्सीन हो गई खराब

नागपुर/दि.12 – जहां एक-एक वैक्सीन के लोग तरस रहे है, लंबी-लंबी कतारें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है ऐसे में उचित प्रबंधन के अभाव में 1 हजार से अधिक वैक्सीन नष्ट हो गई. यदि इनका उपयोग हो जाता तो सैकडो लोगों की कोरोना से सुरक्षा की जा सकती थी.
कई सेंटरो से लौट जाते है लोग : राज्य में कोरोना मरीजों का आंकडा बढता जा रहा है. संतरानगरी की भी यही स्थिति है. कोरोना से बचाव के साथ-साथ वैक्सीन अभियान भी तेज गति से शुरु है. इस बीच, चौंकोनवाली जानकारी मिली है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक रोजाना वैक्सीन के कई डोज बर्बाद हो रहे है. इसका कारण कुछ सेंटरो पर पहले से ही रजिस्ट्रेशन नही किया गया और जो लोग पहुंचे केवल उनको वैक्सीन दी गई. इसलिए खुली हुई वैक्सीन खराब हो गई. दूसरी तरफ कई सेंटरों में वैक्सीन लेने के लिए लाइने लगी रही, लोगों को वैक्सीन नहीं लग पाई उन्हें वापस लौटना पडा यह स्थिति वैक्सीनेशन का उचित प्रबंधन नहीं होने के कारण बनी है. बॉयल खुलने के बाद 4 घंटे में उपायोग होना चाहिए.
शहर में कुल 58 वैक्सीनेशन सेंटर है, जहां 80 हजार से अधिक वैक्सीन लगाई गई है. जानकारों के मुताबिक, राज्य सरकार से प्राप्त वैक्सीन के एक बॉयल में 10 जोड होते है. बॉयल खोलने पर 4 घंटे के भीतर 10 वैक्सीन का उपयोग होना चाहिए. हो यह रहा है कि वैक्सीनेशन सेंटर पर एक समय में कभी-कभी 10 से कम लोग पहुंच रहे है.ऐसे में वॉयल के सभी डोज का उपयोग नहीं हो पा रहा है और वॉयल खुलने के 4 घंटे बाद बचे हुए डोज खराब हो रहे है.

Related Articles

Back to top button