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लडकी-लडकों के जन्म संख्या में लगातार गिरावट
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नवजात शिशु मृत्यु दर भी चिंताजनक
प्रतिनिधि/ दि.१४
नागपुर – वर्ष २०१९ से १७ माह में राज्यभर में २० हजार से अधिक अर्भक की मौत हुई है और नवजात शिशु की मौत का स्तर भी चिंताजनक है. राज्य के अर्भक मृत्यु रोकने के लिए प्रशासन व्दारा विभिन्न प्रकार के प्रयास किये जाने के दावे किये जाते है. मगर सूचना अधिकार से सामने आये आंकडे चौकाने वाले है. उपराजधानी के सूचना अधिकार कार्यकर्ता अभय कोलारकर ने सूचना अधिकार अंतर्गत राज्य परिवार कल्याण कार्यालय से जानकारी मांगी थी. १ जनवरी २०१९ से ३१ मई २०२० तक राज्य में कितने अर्भक, नवजात शिशु व बाल मृत्यु की जानकारी मांगी गई थी. राज्य में कितने लडके, कितनी लडकियों का जन्म हुआ था, इसकी जानकारी मांगी गई थी. राज्य परिवार कल्याण कार्यालय व्दारा प्राप्त अधिकृत जानकारी के अनुसार १ जनवरी २०१९ से ३१ मई २०२० तक इन १७ माह की समयावधि में राज्यभर में २० हजार ७७० अर्भक की मौत हुई है. बाल व माता मृत्यु की संख्या नागरी पंजीयन पध्दति के अनुसार उपलब्ध न होने की जानकारी कार्यालय व्दारा बतायी गई. इस बीच १ जनवरी २०१९ से ३१ मई २०२० तक राज्य में ९३ लाख ३ हजार ७०० बच्चों का जन्मदर दर्ज किया था. इसमें से ४८ लाख ३७ हजार ५९९ लडके और ४४ लाख ६६ हजार १०१ लडकियों का समावेश था. लडकों की तुलना में लडिकयों के जन्म का स्तर ९९.३२ प्रतिशत है.
- जन्मसंख्या की पांच वर्ष में गिरावट
संबंधित आंकडों के अनुसार २०१५ वर्ष की तुलना में पांच वर्ष में लगातार जन्मसंख्या में गिरावट आ रही है. २०१५ में १० लाख १४ हजार २६३ लडके, ९ लाख ७९ हजार ७९९ लडकियां ऐसे कुल १९ लाख ९४ हजार ६२ जन्म दर्ज किये गए और २०१९ में १४ लाख २३ हजार ८८७ याने ७,४३,०४८ लडके व ६,८०,४३९ लडकियां इतनी थी. पांच वर्ष में ही ५,७०,५७५ जनसंख्या घटी.
- ऐसे थे जन्म के आंकडे
वर्ष लडके लडकी कुल
२०१५ १०,१४,२६३ ९,७९,७९९ १९,९४,०६५
२०१६ ०९,४५,९९७ ८,५५,४५४ १८,०१,४५१
२०१७ ०९,४१,७७३ ८,६०,०१२ १८,०१,७८५
२०१८ ०९,२०,९२५ ८,४३,३१३ १७,६४,२३७
२०१९ ०७,४३,०४८ ६,८०,४३९ १४,२३,४८७
२०२० ०२,७१,५९३ २,४७,०८५ ०५,१८,६७८
(मई तक)