विदर्भ

मोर्शी बाजार समिति चुनाव नेताओं की प्रतिष्ठा की बात

उम्मीदवारी का आवेदन पीछे लेने की आज अंतिम तिथि

* चित्र होगा स्पष्ट, टिकट न मिलने पर बगावत होने की संभावना !
मोर्शी/ दि. 20– अमरावती जिले के लिए काफी महत्वपूर्ण समझे जानेवाले मोर्शी कृषि उपज बाजार समिति चुनाव की प्रक्रिया शुरू है. प्रत्याशियों के नामांकन की संख्या से इच्छुक प्रत्याशियों के बढने की बात स्पष्ट हुई है. आज 20 अप्रैल को आवेदन पीछे लेने की अंतिम तिथि है. जिसे बाजार समिति का सही चित्र स्पष्ट होगा. फिर भी चुनाव काफी पेचीदा रहेगा. ऐसे चिन्ह दिखाई दे रहे है. यह चुनाव जिले के राजनेताओं की प्रतिष्ठा का माना जा रहा है. जिसके लिए हर नेता अपने स्तर पर भरपूर जोर लगाते हुए दिखाई दे रहे है.
ग्रामीण क्षेत्र की राजनीतिक और सत्ता की आगामी दिशा निश्चित करनेवाली बाजार समिति के चुनाव में सभी बाजार समितियों में इच्छुक प्रत्याशियों की संख्या काफी ज्यादा है. काफी समय से उनके बाजार समिति के चुनाव का मुहूर्त निकलने पर इच्छुक प्रत्याशियों ने मोर्चे खोल दिए है. कमर कसकर प्रत्याशियों ने नामांकन भरा. आज कितने प्रत्याशी चुनावी मैदान में रहेंगे. यह स्पष्ट होगा. खुद को उम्मीदारी मिले इसके लिए हर प्रत्याशी जोरदार भागदोड में लगा है. कुछ लोगों ने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन भी शुरू किया है. स्थानीय राजनीति में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए बाजार समिति महत्वपूर्ण मानी जाती है. इसके द्बारा किसान के संपर्क में रह सकते है. इसी वजह से राजनीतिक पार्टियों के बडे नेताओं ने इस चुनाव को गंंभीरता से लिया है. मोर्शी बाजार समिति चुनाव के लिए विभिन्न पार्टियों के दिग्गज नेता अपना पैनल चुनकर लाने के लिए जोरदार तैयारी में जुट गए है.
इसमें शिवाजी संस्था की अध्यक्ष तथा पूर्व कृषि मंत्री हर्षवर्धन देशमुख, जिले की पूर्व पालकमंत्री एड. यशोमती ठाकुर, देवेंन्द्र भुयार, पूर्व विधायक प्रा. साहेबराव तट्टे, प्रशांत डहाने ने अपना एक गुट तैयार किया है. दूसरा समूह कृषि उपज बाजार समिति के पूर्व सभापति अशोक रोडे, उपसभापति अरूण कोहले, राज्य सभा के सांसद व पूर्व कृषि मंत्री डॉ. अनिल बोंडे, पूर्व विधायक नरेशचंद्र ठाकरे दूसरे गुट का नेतृत्व कर रहे है. अपना पैनल चुनकर लाने के लिए इन दिग्गजों ने कमर कस ली है. आज नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन है. इच्छुक प्रत्याशी ने अपना आवेदन पीछे नहीं लिया तो इन बगावतियों का लाभ किस समूह को होगा इस ओर सभी का ध्यान लगा हुआ है. बाजार समिति चुनाव के लिए 18 जगह हेतु 123 प्रत्याशियों ने आवेदन दर्ज किया है. इसमें अधिकांश पूर्व सभापति व संचालकों का समावेश है. इससे यह चुनाव काफी पेचीदा होने की संभावना जताई जा रही है.

 

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