विदर्भ

सांसद राणा ने दी बच्चू कडू को पेशंस रखने की सलाह

नागपुर -दि.1 दशहरा रैली को लेकर उद्धव ठाकरे व एकनाथ शिंदे गुट के बीच संख्या को लेकर दावे-प्रतिदावे किए जा रहे हैं. किसके कितने कार्यकर्ता जमा होंगे, इसी पर चर्चा चल रही है. इस बारे में सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, जब उद्धव ठाकरे सीएम थे तब संघर्ष किया होता, तो आज की नौबत न आती. शिवसेना के कार्यकर्ता एकनाथ शिंदे के साथ है, क्योंकि वह बालासाहब के विचार आगे लेकर काम कर रहे हैं. इसलिए सच्चे कार्यकर्ता उनके साथ रहेंगे और जबरदस्ती कल ले गए कार्यकर्ता उद्धव ठाकरे की दशहरा रैली में शामिल होंगे.
सांसद नवनीत ने आगे कहा कि, महाराष्ट्र हमेशा सोच-विचार पर चलने वाला राज्य है. जो संविधान है, उनके अनुसार न्याय जरुर मिलता है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बहुमत प्राप्त करने से धनुष्य बाण की निशानी उन्हें ही मिलेगी, ऐसा मेरा विश्वास है. उद्धव ठाकरे ने सीएम शिंदे को बाण चुराने वाला कहा है, लेकिन बालासाहब की विचारधारा शिंदे के साथ है. उद्धव ठाकरे ने ढाई वर्ष के कार्यकाल में राज्य की जनता के लिए कुछ नहीं किया. उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में किसानों की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. जो संघर्ष करता है, वहीं इतिहास रचता है. उद्धव ठाकरे ने संघर्ष नहीं किया, इसलिए वह इतिहास नहीं रच सकते.
अमरावती के किसको मंत्री पद मिलेगा, इस पर जवाब देते हुए सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, बच्चू कडू का गुस्सा व नियंत्रण छूट रहा है. उनका पेशंस खत्म हुआ है. कार्यकर्ता से मारपीट के मामले में यही बात उजागर हुई है. सार्वजनिक स्थान पर इस तरह से मारपीट आम कार्यकर्ताओं का अपमान है. विधायक बच्चू कडू कह रहे हैं कि, मैंने मारपीट नहीं की. फिर भी विज्युअल्स के माध्यम से वास्तव सामने आता है. कार्यकर्ता का अपमान करते हुए संपूर्ण महाराष्ट्र ने देखा है. जब हम स्टेज पर खडे रहते हैं, तब नीचे बैठकर दरिया उठाने वाला हमारा कार्यकर्ता ही रहता है. उसका सम्मान रखना चाहिए. इसलिए विधायक बच्चू कडू खुद को संभालें व नियंत्रण रखें, ऐसी सलाह सांसद नवनीत राणा ने विधायक बच्चू कडू को दी है.

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