* नागपुर में खलबली, मित्र का नौकर जीतेंद्र गौड गिरफ्तार
नागपुर/दि.9– भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय पदाधिकारी सना खान का मर्डर हो जाने की आशंका सच साबित हुई है. वह गत 8 दिनों से गायब हो गई थी. जिसके कारण मानकापुर पुलिस के दो दल उनकी सरगर्मी से खोज कर रहे थे. आखिरकार पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी तथा सना खान के मित्र अमित शाहू के नौकर जीतेंद्र गौड को पुलिस ने हिरासत में लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी जीतेंद्र ने सना का कत्ल कर लाश हिरन नदी में फेंकने की बात कबूल कर ली है.
* साहू से मिलने गई थी जबलपुर
सना खान गत 1 अगस्त को अपने मित्र तथा ढाबा व्यवसाय के पार्टनर अमित उर्फ पप्पू साहू से मिलने जबलपुर गई थी. वह अमित के घर ठहरी. दोनों के बीच अच्छे संबंध रहे है. जिससे अमित शाहू की मध्य प्रदेश पुलिस में कार्यरत पत्नी को संशय हुआ था. सना खान ने 2 अगस्त को अपनी मां से फोन पर आखिरी बार बात की थी. उपरांत वह लापता हो गई. उनके परिवार ने मानकापुर थाने में लापता की शिकायत दी.
* पुलिस की खोजबीन, आरोपी दबोचा
मानकापुर थाने से पुलिस के दो दल बनाए गए. एक दल जबलपुर भेजा गया. इस दल ने व्यापक पूछताछ और खोजबीन की. इसी दौरान पूछताछ में पुलिस को आरोपी जीतेंद्र गौड हाथ लग गया. वह अमित साहू के यहां नौकर है.
* कार की डिक्की की धुलाई
सना उर्फ हिना खान की हत्या कर उसे पॉलेथिन में डालकर कार से लाश ले जाई गई. पुलिस का कहना है कि जीतेंद्र गौड ने अमित की कार की डिक्की में गिरा खून साफ किया था. इस बात को उसने कबूल करते हुए यह भी बताया कि, मृतदेह हिरन नदी में फेंकी गई है.
* साहू की पत्नी अलग रहती
अमित उर्फ पप्पू साहू की पत्नी सना खान को बिल्कुल पसंद नहीं करती थी. साहू के खान से मधुर संबंध के कारण वह अलग रहने लगी. उसने साहू से किनारा कर लिया था. इस बीच यह भी बताया गया कि, साहू के खिलाफ एक अपराध दर्ज था. जिसमें वह कोर्ट से छूट गया था. जिसके बाद उसने महिला पुलिसकर्मी से विवाह किया था. उधर सना के परिवार के लोगों ने भी पुलिस को बताया कि, गत 1 अगस्त को सना का साहू से जोरदार झगडा हुआ था. वीडियो कॉल दौरान यह टंटा सोने की चेन को लेकर हुआ. सना ने यह चेन साहू को उपहार दी थी. उसके गले में चेन न दिखाई देने पर सना का झगडा हुआ. फिर उसी शाम सना बस से जबलपुर हेतु रवाना हो गई. 2 अगस्त को सुबह 7 बजे सना ने अपने रिश्तेदार इमरान खान से बात की. उसके 13 साल के बेटे को स्कूल हेतु समय पर तैयार करने की पुष्टि की. यह उसका अंतिम कॉल रहा. बाद में मिली ही नहीं. उसका कोई अतापता नहीं लग पाया. मानकापुर की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शुभांगी वानखडे जांच कर रही हैं. उन्होंने बताया कि जहां शाहू और सना मिलते थे उस जगह पर पहुंचे तो ताला लगा था. पुलिस ने ताला तोडकर देखा तो वहां कुछ भी संदिग्ध नजर नहीं आया.