विदर्भ

हादसे को छिपाने की गई थी हत्या

धारणी के लवादा जंगल में मिली लाश का मामला सुलझा

  • दोस्त ने ही बेहोश दोस्त को उतार दिया मौत के घाट

धारणी/दि.16 – हत्या से संबंधित अधिकांश मामलों में यह होता है कि, अपराध को छिपाने के लिए उसे हादसे के तौर पर दिखाने का प्रयास किया जाता है. किंतु विगत दिनों धारणी के निकट लवादा के पास स्थित जंगल में मिली लाशवाले मामले में एक अजीबोगरीब खुलासा हुआ है. जिसमें पता चला है कि, हकीकत में यह मामला सडक हादसे से संबंधित था. जिसे छिपाने के लिए हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया और हादसे में अपना नाम न आ जाये इस बात से डरकर दोस्त ने ही हादसे में बेहोश हुए अपने दोस्त को निर्ममतापूर्वक मौत के घाट उतार दिया.
बता दें कि, विगत बुधवार 13 अक्तूबर को लवादा गांव के करीब जंगल में बुरहानपूर हाईवे से 60 मीटर की दूरी पर एक अज्ञात युवक का क्षत-विक्षत शव मिला था. जिसके चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया गया था. साथ ही उसकी शिनाख्त न हो सके. मृतक के शरीर पर एक भी कपडा नहीं था. बल्कि सबसे अजीब यह था कि, उसके लिंग को कपडे के टुकडे से बांधा गया था. साथ ही घटनास्थल पर दुपहिया वाहन के कुछ टूटे-फुटे कलपूर्जे पडे थे. ऐसे में पुलिस ने अपनी जांच शुरू करते हुए मौके पर श्वान पथक को बुलाया और श्वान पथक ने टूटे हुए कलपूर्जों के आधार पर लवादा गांव में एक दुकान के सामने खडी दुपहिया तक पुलिस दल को पहुंचाया. जांच के दौरान पता चला कि यह दुपहिया ढाकरमल गांव निवासी रमेश दारसिंबे की है. जिसे पुलिस ने तुरंत ही अपनी हिरासत में लिया. जिसके बाद पूरे मामले का सच सामने आया.

हादसे में बुरी तरह घायल हुआ था अण्णा धांडे

पुलिस हिरासत में लिये जाने के बाद रमेश दारसिंबे ने पूछताछ के दौरान बताया कि, मृतक का नाम बासपानी गांव निवासी 22 वर्षीय अण्णा गंगाराम धांडे है और वे दोनों साथ में हमाली का काम किया करते थे. मंगलवार की रात दोनों दोस्त दारसिंबे भी दुपहिया पर सवार होकर ऐसे ही घुमने-फिरने के लिहाज से निकले. किंतु लवादा गांव के पास उनकी दुपहिया सडक हादसे का शिकार हो गई. इस हादसे में अण्णा के सिर पर जबर्दस्त चोट आयी और काफी सारा खून बहने लगा. इस समय रमेश दारसिंबे यह सोचकर डर गया कि, अगर अण्णा मर गया, तो उसे पुलिस पकड लेगी. ऐसे में उसने बेहोश पडे अण्णा को रास्ते के किनारे जंगल में ले जाकर एक सागौन वृक्ष की आड में डाल दिया. जहां पर अण्णा का शर्ट निकालकर उसका गला घोट दिया. साथ ही अण्णा की शिनाख्त न हो पाये, इसके लिए एक पत्थर उठाकर अण्णा के सिर को कुचल दिया. साथ ही अण्णा के हाथ पर लिखे नाम को पत्थर के जरिये मिटाने का प्रयास भी किया और पुलिस का ध्यान भटकाने की नियत से अण्णा के गुप्तांग को कपडे के टुकडे से बांध दिया. इसके बाद वह मौके से फरार हो गया और अपने गांव चला गया. किंतु घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर खडी उसकी दुपहिया की वजह से पूरा मामला खुल गया.
धारणी पुलिस द्वारा इस मामले में धारा 302 के तहत अपराध दर्ज करते हुए रमेश दारसिंबे को गिरफ्तार किया गया है. वहीं बासपानी गांव के कई आदिवासियों ने विधायक राजकुमार पटेल से मुलाकात करते हुए आरोपी रमेश दारसिंबे को कडी से कडी सजा दिलाये जाने की मांग की है.

Related Articles

Back to top button