विदर्भ

क्रिकेट सट्टे की वसूली के लिए काँट्रेक्ट कीलर द्वारा सटोरिए की हत्या

छत्तीसगढ़ का सनसनीखेज प्रकरण

* नागपुर रेल्वे स्टेशन पर कीलर गिरफ्तार
नागपुर/दि.6– क्रिकेट सट्टे की लाखों की रकम वसूल करने के लिए एक की हत्या कर बुकी तथा उसके काँट्रेक्ट कीलर ने शव के टूकड़े किए. उन टूकड़ों को बोरे में भरकर मृतक को दुपहिया से बांधकर उसे दुपहिया के साथ खदान के पानी में फेंक दिया. आरोपी को नागपुर रेल्वे स्टेशन पर गिरफ्तार करने के बाद छत्तीसगढ़ के भिलाई में घटित यह सनसनीखेज हत्याकांड प्रकरण उजागर हुआ.
जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम छत्तीसगढ़ के साकिन ग्राम निवासी ओमप्रकाश साहू है. जबकि आरोपी का नाम साकिन ग्राम निवासी आशीष सूर्यप्रकाश तिवारी (34), दुर्ग निवासी अंकू उर्फ रजनीश मुन्नालाल पांडेय (30) तथा लाला उर्फ अनूज सीताशरण तिवारी (19) है. सूत्रों के मुताबिक आशीष तिवारी प्रकरण का मुख्य आरोपी है. वह क्रिकेट बुकी बताया जाता है. जबकि अंकू पांडे और लाला तिवारी दोनों कुख्यात अपराधी है. इन दोनों आरोपियों ने सुपारी लेकर इस निर्मम हत्याकांड को अंजाम दिया रहने की बात बताई है. बुकी आशीष तिवारी और ओमप्रकाश साहू के बीच आईपीएल के मुकाबले के बाद पैसों के व्यवहार को लेकर विवाद हुआ था. साहू पैसे न देता रहने से तिवारी ने किराए के गुंडे अंकू पांडे और लाला तिवारी को साथ लिया. 31 मई की रात आशीष ने पार्टी के बहाने से साहू को बुलाया. पश्चात आशीष, अंकू और लाला ने मिलकर साहू का अपहरण कर लिया. मध्यरात्रि को साहू की पत्नी विमला को फोन कर अपहरण की जानकारी देकर क्रिकेट सट्टे के 30 लाख रुपए मांगे. फिरौती की रकम न देने पर अथवा पुलिस को जानकारी देने पर साहू का शव घर भेजने की धमकी भी दी. 1 जून को विमला साहू ने भिलाई थाने में शिकायत दर्ज करवाई.

तेजी से शुरु की जांच
आशीष तिवारी की गिरफ्तारी के बाद जांच कार्य तेजी से शुरु किया गया. फरार आरोपी नागपुर की तरफ भागे रहने का पता चलते ही रेल्वे सुरक्षा दल के सीनियर कमांडर आशुतोष पांडे से भिलाई पुलिस ने संपर्क किया. पांडे ने आरपीएफ के क्राईम इंटेलिजन्स ब्यूरो को काम से लगाया. उसके मुताबिक निरीक्षक आर.एल. मीना, नवीनप्रताप सिंग, उपनिरीक्षक सचिन दलाल, आर.के. भारती, मुकेश राठोड, अश्विन पवार, भूपेंद्र भारती, कपिल जरबडे, अजय सिंग, गोवर्धन सवाई, डी. कुमरे आदि ने 3 जून को आरोपी अंकू पांडे और लाला तिवारी को नागपुर रेल्वे स्टेशन के बाहर फिल्मी स्टाईल में पकड़ लिया. यह जानकारी आरपीएफ द्वारा सूचित किए जाने के बाद दुर्ग के पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा ने अपना दल भेजकर नागपुर आरपीएफ पुलिस से दोनों आरोपियों को कब्जे में ले लिया.

हत्या के बाद फिरौती के लिए फोन
आरोपियों ने ओमप्रकाश साहू की पत्नी को 30 लाख की फिरौती के लिए फोन करने के पूर्व ही साहू की गला दबाकर हत्या कर दी थी. पश्चात उसके शव के आरी से टूकड़े किए. इन टूकड़ों को एक बोरे में भरकर उसे साहू की दुपहिया से बांध दिया और वह दुपहिया खदान के पानी में फेंक दी. नागपुर आरपीएफ द्वारा गिरफ्तारी के बाद इस सनसनीखेज घटनाक्रम की जानकारी आरोपियों ने पुलिस को दी. यह बात अधिकारी द्वारा स्पष्ट की गई है.

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