नागपुर/दि.29- राष्ट्रीय मूल्यांकन और अधिस्वीकृति परिषद नैक मूल्यांकन में 1957 संस्थाओं के साथ महाराष्ट्र अग्रणी बना है. हालांकि विद्यापीठ के मामले में तमिलनाडू आगे हैं. महाराष्ट्र में भी 35 विश्वविद्यालय ने नैक मूल्यांकन प्राप्त किया है. राज्य शिक्षा क्षेत्र में अग्रणी पर रहने का दावा किया गया है. उसकी नैक मूल्यांकन प्राप्त संस्थाओं की संख्या दो बडे राज्यों कर्नाटक और तमिलनाडू से भी अधिक है.
* गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा के लिए संसाधनों की उपलब्धता और अन्य बातें, फैक्लटी के आधार पर नैक मूल्यांकन दिया जाता है. प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के कारण यह श्रेणी अधिक संस्थाओं ने प्राप्त की है. इसके लिए आवश्यक शर्तो और नियम को पूर्ण किया गया है. प्रदेश की 35 विद्यापीठ, 1922 कॉलेजस में नैक मूल्यांकन प्राप्त किया. कर्नाटक 1028 संस्थाओं के साथ नैक मूल्यांकन में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर है. देश में कुल 16321 शिक्षा संस्थाओं के पास नैक मूल्यांकन के प्रमाणपत्र है. जिसमें 820 विवि और 15501 महाविद्यालय का समावेश है. नैक मूल्यांकन विविध रुप से दिया जाता है. ए प्लस प्लस, ए प्लस, ए ग्र्रेड, बी प्लस प्लस, बी प्लस, बी और सी श्रेणी प्रदान की जाती है. बी ग्रेड की संस्था की मान्यता रद्द की जाती है. महाराष्ट्र में लगातार नैक मूल्यांकन प्राप्त संस्थाओं की संख्या बढ रही है.
राज्य विद्यापीठ महाविद्यालय कुल
महाराष्ट्र 35 1922 1957
ेकर्नाटक 34 994 1028
तमिलनाडू 45 859 904
उत्तर प्रदेश 39 617 656
गुजरात 27 500 527