विदर्भ

नागपुर के व्यापारी को 2 करोड रुपए से ठगा

फर्म का संचालक रहने का कैशीयर को किया दिखावा

नागपुर /दि. 14– खुद को फर्म का संचालक रहने का दिखावा करते हुए शहर के विख्यात व्यापारी के कैशीयर को विश्वास में लेते हुए उसके पास से 1 करोड 95 लाख रुपए अपने खाते में ट्रान्सफर कर साईबर चोर ने ठग लिया. इस प्रकरण में कैशीयर महेश डबीर (54, वाठोडा निवासी) की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है.
जानकारी के मुताबिक शहर के सिवील लाइन परिसर में संबंधित व्यापारी का इंस्पायर नाम से शोरुम है. इस शोरुम में अ‍ॅपल कंपनी के उत्पादनों की बिक्री की जाती है. इस फर्म के कैशीयर के रुप में महेश डबीर काम करते है. शंतनू गद्रे और प्रणोती गद्रे फर्म के संचालक है. 30 दिसंबर को सुबह उन्हें एक नए नंबर से फोन आया. इस नंबर पर सामने से शंतनू गद्रे बोलता रहने का दिखावा किया गया. तब साईबर चोर ने डबीर को नया मोबाइल नंबर रहने की बात करते हुए खाते में वर्तमान की जमा कैश जानने का प्रयास किया. इस कारण डबीर को अपने मालिक ही बातचीत करते रहने का एहसास हुआ. पश्चात 2 जनवरी को डबीर को उसी नंबर से वॉटस्ऐप पर 1.95 करोड रुपए ट्रान्सफर करने के निर्देश मिले. मैसेज में एक्सीस बैंक का खाता नंबर दिया गया था. वह मे. वी.एस. ट्रेडींग के नाम से पंजीकृत है. गद्रे एक बैठक के लिए मुंबई में रहने से डबीर को लगा कि, उन्हें पैसों की आवश्यकता होगी और उन्होंने तत्काल व्यवहार कर लिया. 2 जनवरी को दोपहर 2.38 बजे डबीर ने यह व्यवहार किया. तब तक उन्हें फर्म की संचालक की तरफ से निर्देश मिले ऐसा लग रहा था. पैसे ट्रान्सफर करने का मैसेज मिलते ही डबीर ने प्रणोती गद्रे से संपर्क किया. साथ ही 1 करोड 95 लाख रुपए व्यवहार का उल्लेख किया. उस समय डबीर ने उनके नए मोबाइल नंबर और दिए गए निर्देश बाबत जानकारी दी. यह सुनकर वे अचंभीत हो गए. शंतनू ने कोई नया नंबर नहीं लिया, यह बात स्पष्ट की. इस कारण अपने साथ जालसाजी होने का पता चलते ही डबीर ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और साईबर पुलिस के पास शिकायत दर्ज की. साईबर पुलिस मामले की जांच कर रही है.

* तत्काल कार्रवाई, खाता सील
साईबर चोर के विरोध में शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ठगे गए 1 करोड 95 लाख रुपए में से 1 करोड 20 लाख रुपए का साईबर चोर का खाता सील कर दिया. जांच में साईबर चोर ने शंतनू डबीर का फोटो उसके वॉटस्ऐप डीपी पर रखा दिखाई दिया. इसी कारण डबीर को कॉल सही था ऐसा लगा. पुलिस ने संबंधित नंबर से लिंक रहे बैंक अधिकारी से संपर्क किया और उन्हें बैंक खाते का ट्रांजेक्शन रोकने कहा. लेकिन तब तक साईबर चोर द्वारा 75 लाख रुपए निकाले जाने की बात प्रकाश में आई.

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