नागपुर/प्रतिनिधि दि. १४ – कोरोना की दूसरी लहर में बेड न मिलने से कुछ मरीजों की घर में ही मृत्यु हो गई. पाजिटीव मरीज की अधिक संख्या होने के कारण तथा मरीजों की मृत्यु की बढती संख्या के कारण प्रशासन ने तत्काल नागपुर के शासकीय व निजी अस्पताल में कोरोना के मरीजों के लिए बेड उपलब्ध किए है. जिसके कारण राज्य के अन्य जिले की तुलना में अब नागपुर में १० लाख जनसंख्या के लिए सबसे अधिक ऑक्सीजन अतिदक्षता , जीवन रक्षा के लिए व्हेंटीलेटर बेड उपलब्ध होने का सरकार की कोविड डॅशबोर्ड पर संख्या पर से दिखाई देता है.
कोविड डशबोर्ड के अनुसार राज्य में कोरोना मरीजों के लिए नॉन ऑक्सीजन की ३ लाख ४३ हजार ३४८ बेड, ऑक्सीजन की ९६ हजार ६९० अतिदक्षता विभाग के २९ हजार ९०० जीवनरक्षा प्रणाली के १२ हजार १५ बेड उपलब्ध है. राज्य की ११२.७ दस लाख जनसंख्या को देखकर यहां पर दस लाख जनसंख्या के लिए आक्सीजन की ८५८, अतिदक्षता विभाग की २६५, जीवनरक्षा प्रणाली की १०७ बेड है. मुंबई में नॉन ऑक्सीजन के ५९ हजार १७२, आक्सीजन के ४ हजार १०८ अतिदक्षता विभाग की १ हजार ३० जीवन रक्षा प्रणाली के ५७८ बेड है. मुंबई के ३.१ दस लाख जनसंख्या को देखकर यहां दस लाख जनसंख्या के लिए ऑक्सीजन की १हजार ३२५, अतिदक्षता विभाग की ३३२, जीवनरक्षा प्रणाली की १८६ बेड है. मुंबई उपनगर में नॉन ऑक्सीजन के २७ हजार ७०२ ऑक्सीजन के ९ हजार ८०९, अतिदक्षता विभाग की २ हजार ५५, जीवनरक्षा प्रणाली के १ हजार ४५ बेड है. मुंबई उपनगर में ९.६ दसलाख जनसंख्या को देखकर यहां दस लाख जनसंख्या के लिए ऑक्सीजन की १ हजार २२, अतिदक्षता विभाग की २१४, जीवन रक्षा प्रणाली की १०९ बेड है. नागपुर जिले में बिना ऑक्सीजन की १६ हजार ६३२ऑक्सीजन की ९ हजार ९४४, अतिदक्षता विभाग की २ हजार ८०८ जीवन रक्षा प्रणाली के ९९६ बेड है. यहां ४.६ दस लाख जनसंख्या देखकर यहां पर १० लाख जनसंख्या के लिए ऑक्सीजन की २ हजार १६२, अतिदक्षता विभाग की ६१०, जीवनरक्षा प्रणाली की २१७ बेड है. पुणे में नॉन ऑक्सीजन की ४१हजार ५४९, ऑक्सीजन की ११ हजार २०७, अतिदक्षता विभाग की ३ हजार ८२०, जीवनरक्षा प्रणाली की १ हजार ४८२ बेड का समावेश है. यहां ९.४ दस लाख जनसंख्या के लिए ऑक्सीजन की १ हजार १९२, अतिदक्षता विभाग की ४०६, जीवनरक्षा प्रणाली की १५८ बेड है.
नागपुर में कोरोना के मरीज बढ जाने से प्रशासन ने शासकीय व निजी अस्पताल में ऑक्सीजन, अतिदक्षता विभाग,व जीवनरक्षा के लिए बेड बढा दिए है. जिसके कारण अब दस लाख जनसंख्या के लिए राज्य के अन्य जिले की तुलना में नागपुर में सबसे अधिक बेड उपलब्ध है. इन बढे हुए बेड का तीसरी संभावित कोरोना की लहर में भी मरीजों को लाभ होगा.
जलज शर्मा,
अतिरिक्त आयुक्त, नागपुर महापालिका
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कोरोना मरीजो के लिए दस लाख बेड की स्थिति
जिला ऑक्सीजन अतिदक्षता विभाग जीवनरक्षा प्रणाली
नागपुर २१६२ ६१० २१७
मुंबई १३२५ ३३२ १८६
मुंबई उपनगर १०२२ २१४ १०९
पुणे ११९२ ४०६ १५८
नाशिक ९२८ २५१ १६१
ठाणे १०४३ ३४५ ११४
औरंगाबाद ८५४ २७५ ११७