नागपुर-नरखेड मार्ग मेट्रो से जुडेगा, ३३३ करोड के प्रकल्प को मंजूरी
११ स्टेशन रहेंगे, ८५.५३ किलोमीटर की दूरी होगी तय
नागपुर/दि.१५ – नागपुर महामेट्रो का विस्तार आसपास के शहरों तक किया जाएगा। इन शहरों तक पैसेंजर ट्रेन के बजाय वातानुकूलित मेट्रो को चलाया जाएगा। इस मेट्रो प्रकल्प को राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को मंजूरी दी है। इस प्रकल्प के लिए गृहमंत्री अनिल देशमुख कई वर्ष से प्रयासरत थे। योजना के अनुसार, नरखेड, भंडारा,वर्धा व रामटेक को मेट्रो से जोडा जाएगा। नागपुर से नरखेड तक मेट्रो ८५.५३ किलोमीटर चलेगी। करीब ११ स्टेशन रहेंगे।
हुआ था करार – शहर के यातायात व्यवस्था में सुधार के लिहाज से २०१८ में एक सामंजस्य करार किया था, लेकिन करार में कई त्रुटियां थी। केन्द्र सरकार के लिए प्रकल्प के लिए राज्य सरकार की मंजूरी आवश्यक थी। प्रकल्प में राज्य सरकार की आर्थिक भागीारी रहेगी। इसके लिए केएफडब्ल्यू संस्था से कर्ज लेने व पत्र व्यवहार की जवाबदारी महामेट्रो को दी गई है। दो चरण में काम महामेट्रो विस्तार का कार्य दो चरण में होगा। पहले चरण में २०२१ से २०३१ तक कार्य पूरा होगा। दूसरे चरण में २०३१ के बाद काम की शुरूआत होगी। नागपुर से नरखेड ८५.५३ किमी, नागपुर से वर्धा ७८.८ किमी, नागपुर से रामटेक ४१.६ व नागपुर से भंडारा ६२.७ किमी मेट्रो चलेगी। विकास को गति मिलेगी। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि नागपुर नरखेड़ मेट्रो प्रकल्प से नरखेड काटोल परिसर में विकास कार्य को गति मिलेगी।