विदर्भ

नागपुर पुलिस ने बचायी मुंबई के व्यापारी की जान

बढते कर्ज से परेशान होकर कर रहा था आत्महत्या का प्रयास

नागपुर/दि.२१ – लॉकडाउन में बढते कर्जे से लेकर तथा व्यापार ठप हो जाने से त्रस्त मुंबई के एक व्यापारी ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया. जिसमें नागपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आत्महत्या करने जा रहे व्यापारी की जान बचाई. आत्महत्या करने वाले का नाम प्रशांत (बदला हुआ नाम) ४२ जिसका मुंबई के तीलक नगर में वर्कशॉप है और उसके परिवार में पत्नी और दो बेटियां है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उद्योजक प्रशांत (बदला हुआ नाम) पर लॉकडाउन के दौरान कर्ज बढ गया था और उसका व्यापार भी ठप हो गया था. कर्ज से त्रस्त होकर युवा उद्योजक प्रशांत (बदला हुआ नाम) ने आत्महत्या करने का निर्णय लिया और वह सीधे नागपुर पहुंचा. उसने सीताबर्डी की एक लॉज में कमरा लिया और वहां से अपनी पत्नी को सुसाइड नोट भेजा. पति द्वारा सुसाइड नोट भिजवाने से पत्नी घबरा गई और उसने सीधे मुंबई पुलिस से संपर्क किया और पति के सुसाइड नोट की जानकारी दी. मुंबई पुलिस ने आन-फानन नागपुर की अपराध शाखा से संपर्क किया. नागपुर की पुलिस अपराध शाखा ने तत्परता दिखाते हुए उक्त उद्योजक की तलाश शुरु की और रात को आखिरकार वह मिल ही गया और नागपुर पुलिस ने उसकी जान बचायी. उद्योजक प्रशांत ने बताया की उसका व्यवसाय फरवरी माह तक व्यवस्थित चल रहा था. उसके पश्चात मार्च माह से लॉकडाउन किया गया. जिसमें उसका वर्कशॉप बंद हो गया और उस पर कर्ज बढता चला गया. उसने कर्जदारों से समय मांगा किंतु उसे समय नहीं दिया गया. आखिरकार परेशान होकर उसने यह कदम उठाया.

व्यापारी की जान बचाने रात-दिन एक किए

मुंबई के उस व्यापारी की जान बचाने के लिए दिन-रात एक कर दिए. मुंबई के पुलिस विभाग से खबर आने के पश्चात डीसीपी राजमाने ने उस व्यापारी की जान बचाने की ठान ली थी और आखिरकार उसके प्राण बचा लिए गए. डीसीपी राजमाने के मार्गदर्शन में पीआय संतोष खांडेकर, संकेत चौधरी, वंसता चौरे, नरेश सहारे, आशिष ठाकरे, शत्रुधन कडू, राजेश सेगंर रातभर उस व्यापारी को तलाशते रहे और आखिरकार उक्त व्यापारी को देर रात सीताबर्डी की लॉज से हिरासत में लिया गया और उसके प्राण बच गए.

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