विदर्भ

अश्लील फिल्म देखने के मामले में नागपुर तीसरे स्थान पर

  • स्थानीय साइबर थाने में 38 प्रकरण दर्ज

  • गुगल की सर्च रिपोर्ट में आया सामने मामला

नागपुर/प्रतिनिधि/ दि.२९ – अश्लील फिल्में देखना, बनाना और इसे वायरल करना कानूनन गुनाह है. इन दिनों देश में अश्लील फिल्मों का कारोबार बडे पैमाने पर फैल रहा है. जिसकी वजह से समाज में इसका बुरा असर पड रहा है जिसको लेकर सरकार ने ऐसी तमाम वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगाया है.
इसके बावजूद भी गुगल ने एक चौकाने वाली सर्च रिपोर्ट जारी की है. उसके अनुसार अश्लील फिल्में देखने के मामले में विश्व में भारत नंबर 1 पर है और राज्य में नागपुर तीसरे स्थान पर है. हालांकि ऐसी वेबसाइडों पर स्थानीय साइबर थाने व्दारा नजर रखी जा रही है. नागपुर में इस मामले को लेकर कुछ प्रकरण भी दर्ज किए गए है.

  • 850 से अधिक वेबसाइट पर पाबंदी

करीब 5 साल पहले भारत सरकार व्दारा 850 से भी अधिक अश्लील वेबसाइटों पर पाबंदी लगा दी थी. इसके बावजूद भी अश्लील फिल्में देखने के शौकिनों में कोई कमी नहीं आयी है. अब भी इंटरनेट पर काफी वेबसाइट मौजूद है. जिन्हें सर्च कर लोग अश्लील फिल्में देखते है.

  • महाराष्ट्र के शहर सबसे आगे

पिछले दिनों गुगल व्दारा अश्लील फिल्में देखने वालों के संदर्भ में सर्च रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अश्लील फिल्में देखने के मामले में विश्वभर में नंबर 1 पर है. इसके अलावा महाराष्ट्र राज्य का पुणे शहर एक नंबर पर तथा दो नंबर पर नासिक और तीसरे नंबर पर राज्य की उपराजधानी नागपुर है.

  • महिलाएं व बुजुर्ग भी पीछे नहीं

गुगल व्दारा पेश की गई रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा किया गया है कि अश्लील फिल्में देखने वालों में सिर्फ महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का ही नहीं बल्कि बुजुर्ग और महिलाओं का भी समावेश है. अश्लील फिल्म देखने में बुजुर्ग व महिलाएं भी पिछे नहीं है.

  • सायबर थाने में 38 मामले दर्ज

स्थानीय साइबर थाना प्रमुख डॉ. अशोक बागुल ने बताया कि पोर्नोग्राफी और चाइल्ड पोर्नोग्राफी बनाने और इसे देखने तथा वायरल करने के मामले में 2020-21 में उन्होंने 38 अपराधिक मामले दर्ज किए है. कुछ मामलों में अल्पवयीनों का भी समावेश है वे भी इसमें लिप्त पाए गए.

  • ऐसे बनाए जाते शिकार

ऐसे मामलों में ब्लैकमेल करने की भी घटनाएं होती रहती है. महिलाओं से मित्रतता करने के विज्ञापन अक्सर विविध वेबसाइट पर पाए जाते है. जिसमें अश्लील फिल्में भी दिखाने का लालच दिया जाता है. ऐसी वेबसाइटों पर सर्च करते समय लोग पेशेवर महिलाओं के संपर्क में आते है. निवस्त्र होने का झांसा देकर व्यक्ति का अश्लील वीडियों बना लिया जाता है बाद में इसे वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग की जाती है. बदनामी के डर से लोग शिकायत करने में कतराते है. गत दिनों शहर में ऐसी कुछ घटनाएं भी उजागर हुई है जिसकी शिकायतें विविध थानों में दर्ज कर साइबर थानों में जांच के लिए सौंपी गई है.

  • जनजागृती के लिए 150 वेबिनार

सायबर अपराधियों से सावधान रहे, कोई धोखाधडी न हो इसके लिए स्थानीय सायबर थाने के प्रमुख डॉ. अशोक बागुल की अगुवाई में करीब 150 वेबिनार का आयोजन कर जनजागृती का अभियान किया गया है.

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