* बढ रहे हादसे
चांदूर बाजार/दि.2-तहसील में हमेशा चर्चा में रहने वाले राष्ट्रीय महामार्ग 353 पर लगाए स्ट्रीट लाइट शोपीस बने है. अंधेरे के कारण इस महामार्ग पर दुर्घटनाओं का प्रमाण बढ रहा है. दुकानें शुरु रहने पर उजाला रहता है, किंतु दुकानें बंद होते है पूरे परिसर में अंधेरा छा जाता है. राष्ट्रीय महामार्ग 353 के निर्माणकार्य को 2017-18 में शुरुआत की गई थी. लगभग 6 साल की अवधि बीतने पर इस मार्ग का निर्माणकार्य अधूरा पडा है. शहर से गुजरने वाला यह मार्ग पहले ही किसी न किसी कारण से चर्चा में रहा है. सडक की चौडाई कम होने से फुटपाथ से सटी दुकानों के कारण नागरिकों को यातायात में समस्या निर्माण हो रही है. राष्ट्रीय महामार्ग पर लोगों ने अपनी मनमर्जी से पार्किंग की सुविधा तैयार की है. शहर में हिंदू श्मशानभूमि से नगर परिषद स्कूल तक कुल 10 बिजली पोल लगाए गए है. लेकिन इनमें से एकभी बिजली पोल का पथदीप शुरु नहीं रहता. वहीं दूसरी ओर चिलाटी नाले से लेकर ब्राह्मणवाडा थडी टी-प्वाइंट तक एकभी पथदीप शुरु नहीं रहने से मॉर्निंग वॉक करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पडता है.
* मोर्शी में उजाला, चांदूर बाजार में अंधेरा
मोर्शी तहसील के महामार्ग पर लगाए गए पथदीप हमेशा शुरु रहते है. उदखेड, कोलविहिर, रिद्धपुर में भी ऐसी ही स्थिति है. तथापि चांदूर बाजार के पथदीप शुरु क्यों नही रहते? ऐसा नागरिक कर रहे है. चांदूर बाजार तहसील में रात में बडे पैमाने पर अवैध यातायात शुरु रहती है. लेकिन इस ओर संबंधित विभाग के अधिकारी जानबुझकर अनदेखी करते है, यह आरोप स्थानीय नागरिकों द्वारा लगाया जा रहा है.