अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन नागपुर में
25 से 27 दिंसबर को रेशिमबाग स्मृति मंदिर परिसर में आयोजन
नागपुर/दि. 5 – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन इस बार नागपुर में किया जा रहा है. 25 से 27 दिसंबर तक इस दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन रेशिमबाग के स्मृति मंदिर परिसर में किया जा रहा है. जिसका विधिवत उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाहक भैय्याजी जोशी के करकमलों द्वारा किया जाएगा. राष्ट्रीय अधिवेशन में 2 लाख पदाधिकारी ऑनलाइन माध्यम से सहभाग लेंगे.
इस राष्ट्रीय अधिवेशन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यसमिति तथा विविध प्रदेशों के मंत्री और सहमंत्री सहित 200 प्रतिनिधि प्रत्यक्ष रुप से सहभाग लेंगे. कोरोना महामारी के चलते सरकार द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने की वजह से केवल केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य अधिवेशन में प्रत्यक्ष रुप से उपस्थित रहेंगे. विविध विषयों के संदर्भ में होने वाली बैठकों में साढे तीन हजार कार्यकर्ता तथा अलग-अलग सत्रोें में 2 लाख पदाधिकारी ऑनलाइन उपस्थिति दर्शाएंगे.
इस अधिवेशन में विद्यार्थियों से संबंधित विविध सत्रों का आयोजन किया गया है. जिसमें देशभर के 4 हजार स्थानों से 20 लाख से अधिक विद्यार्थियों ने ऑनलाइन स्वरुप से सहभागी होने का नियोजन किया है. राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान राष्ट्रीय कार्यकारिणी का भी चयन किया जाएगा. साथ ही राष्ट्रीय कार्यसमिति का भी चयन होगा. इसके अलावा प्रदेश मंत्री, संगठन मंत्री का भी चयन इस दौरान किया जाएगा, और 27 दिसंबर को घोषणा भी की जाएगी. अधिवेशन स्थल पर यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार भी प्रदान किए जाएगें.
राष्ट्रीय अधिवेशन में चार प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी. जिसमें कोरोना काल में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किए गए कार्य, देश की वर्तमान स्थिति, राष्ट्रीय शैक्षणिक धोरण, देश की वर्तमान स्थिति और शैक्षणिक स्थिति इस प्रकार चार विषय का समावेश रहेगा. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा हर साल राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया जाता है. पिछले साल उत्तर प्रदेश के आगरा यहां पर राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था. इस साल यह आयोजन नागपुर में 25 वर्षो के बाद किया जा रहा है. ऐसी जानकारी विदर्भ प्रदेश संगठन मंत्री विक्रमजीत कलाने ने दी.