एमआईडीसी की तर्ज पर वन उद्योगों के लिए अब नया महामंडल
विधायक जयस्वाल की अध्यक्षता में समिति स्थापित
नागपुर/दि.18– महाराष्ट्र में करीब 61 हजार 907 चौरस किमी वनक्षेत्र है. कुल भौगोलिक क्षेत्र में से यह करीब 20 प्रतिशत वनक्षेत्र है. इसमें होने वाले बांस, 33 प्रकार की वनउपज और औषधि गुणयुक्त वनस्पति से उद्योग निर्माण संदर्भ में महाराष्ट्र वन औद्योगिक विकास महामंडल की स्थापना संबंध में यह सलाहकार समिति निर्णय लेगी. समिति के सचिव के रूप में महाराष्ट्र वन विकास महामंडल के व्यवस्थापकीय संचालक विकास गुप्ता को जिम्मेदारी दी गई है. वन में मिलने वाले विविध वनसंपदा का औद्योगिक उपयोग करने के लिए अब राज्य में महाराष्ट्र वन औद्योगिक विकास महामंडल स्थापित किया जाएगा. महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल की तर्ज पर यह नया महामंडल काम करेगा. इस संदर्भ में और भी अभ्यास करने के लिए विधायक आशीष जयस्वाल की अध्यक्षता में सलाहकार समिति स्थापित की गई है. समिति के सचिव के रुप में महाराष्ट्र वन विकास महामंडल के व्यवस्थापकीय संचालक विकास गुप्ता को जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा समिति सदस्य के रूप में विधायक कृष्णा गजबे, महाराष्ट्र बांबू विकास मंडल के व्यवस्थापकीय संचालक श्रीनिवास राव, सेवानिवृत्त वन अधिकारी अशोक खडसे, पेंच व्याघ्र प्रकल्प के क्षेत्र संचालक प्रभुनाथ शुक्ला और बांस अभ्यासक संदिप ठेंग का समावेश किया गया है. प्रायोगिक स्तर पर नागपुर में फर्निचर क्लस्टर और चंद्रपुर में वनौषधि व इस पर प्रक्रिया उद्योग का निर्माण करने के लिए नियोजन प्रारूप तैयार करने की आवश्यकता है. इसके लिए लगने वाला खर्च, आवश्यक मानवसंसाधन, कौशल विकास और पत आपूर्ति संबंध में यह समिति अभ्यास करेगी. युवाओं के लिए मार्गदर्शन शिविर लेना, जगह का चयन, बुनियादी सुविधा, रोजगार निर्मिती, वस्तू विक्री के लिए ऑनलाइन प्लॅटफॉर्म से करार, प्रारूप का अमल आदि सभी काम इस सलाहकार समिति को सौंपे जाएंगे.