* राजस्व बढाने के लिए शासन का नया नियोजन
नागपुर/ दि.2 – देशी शराब इससे पहले एक ही तरह के रंग में मिलती थी. अब आबकारी विभाग ने राजस्व बढाने के लिए विशेष युक्ति भीडाई है. चार तरह के रंगों में देशी दारु उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है. इस बारे में अधिसूचना भी जारी की गई है. इसके तहत अब जल्द ही रंगीन और रंगहीन दारु बाजार में उपलब्ध होगी, ऐसा आबकारी विभाग व्दारा बताया गया है.
राज्य शासन ने देशी नियम 1973 में सुधार किया है. इस सुधारित नियमानुसार महाराष्ट्र देशी शराब तीसरा सुधार नियम 2022 ऐसा संबोधित किया जाएगा. मधार्क के प्रकारानुसार राजस्व वसूल किया जाएगा. पहले प्रकार में एक प्रुफ लिटर का 10 रुपए राजस्व शुल्क लगाया जाएगा, दूसरे प्रकार में 155 रुपए, तीसरे प्रकार में 180 रुपए और चौथे प्रकार में 250 रुपए राजस्व लगाया जाएगा. इससे पहले एक प्रु लिटर को सीधे 155 रुपए राजस्व लगाया जाता था.
ऐसे चार प्रकार में मिलेगी देशी दारु
– काजू बोंडे और महुआ फूल से प्राप्त मधार्क का उपयोग कर रंगीन पदार्थ का उपयोग न करते हुए तैयार की गई शराब एक प्रकारे इसमें अल्कोहोल का स्तर 42.8 प्रतिशत है.
– काजू बोंडे और महुआ फूल के अलवा अन्य पदार्थों से प्राप्त्ा मधार्क का उपयोग कर रंगीन पदार्थ का उपयोग न करते हुए तैयार की गई शराब यह दूसरा प्रकार है, इसमें 35.66 प्रतिशत अल्कोहोल है.
– काजू बोंडे ओैर महुआ फूल के अलावा अन्य पदार्थों से प्राप्त मधार्क का उपयोग कर रंगीन पदार्थ का उपयोग न करते हुए तेैयार की गई शराब यह तीसरा प्रकार है, इसमें 42.8 प्रतिशत अल्कोहोल है.
– चौथे प्रकार में अनाज आधारीत मधार्क में रंगीन पदार्थ का उपयोग किया जाएगा. इस शराब में 42.8 प्रतिशत अल्कोहोल रहेगा.