विदर्भ

अब दवा घोटाले में फंसे कदम दम्पत्ति

15 फरवरी तक पुलिस कस्टडी

  • आर्वी का अवैध गर्भपात मामला

आर्वी/दि.11 – अल्पवयीन लडकी के अवैध गर्भपात मामले में आरोपी बनाये गये डॉ. रेखा कदम व डॉ. नीरज कदम को सरकारी अस्पताल की दवाईयों का अपहार करने के मामले में पुलिस ने गुरूवार को दुबारा अपनी हिरासत में लिया. साथ ही उन्हें जांच व पूछताछ हेतु गत रोज आर्वी लाया गया एवं विशेष जिला व सत्र न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया. जहां से अदालत ने डॉ. कदम दम्पत्ति को 15 फरवरी तक पुलिस कस्टडी रिमांड में रखने का आदेश जारी किया है.
उधर दूसरी ओर कदम अस्पताल की संचालिका डॉ. शैलजा कदम व डॉ. कुमारसिंह कदम को 14 फरवरी तक उच्च न्यायालय ने अस्थायी जमानत मंजूर की है. साथ ही इस मामले में पुलिस को अपना पक्ष भी रखना था. जिसके अनुसार सहायक पुलिस निरीक्षक वंदना सोनोने एवं इमरान खिलची ने 9 फरवरी को उच्च न्यायालय में अपना ‘से’ दाखिल किया. उधर न्यायिक हिरासत में रहनेवाले डॉ. रेखा कदम व डॉ. नीरज कदम को पुलिस ने न्यायालय से प्रोटेक्शन वॉरंट पर सघन जांच करने हेतु दुबारा अपने कब्जे में लिया. साथ ही सरकारी दवाईयों के अवैध स्टॉक संबंधी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया.
बता दें कि, इससे पहले आर्वी पुलिस द्वारा कदम हॉस्पिटल की तलाशी लिये जाने पर वहां से 97 लाख रूपये नकद, हिरण की चमडी के साथ ही सरकारी अस्पताल में प्रयुक्त होनेवाले 90 पीटोसीन इंजेक्शन तथा 71 हजार 772 गर्भनिरोधक गोलिया बरामद हुई थी. जिसमें से काफी सारी दवाईया कालबाह्य हो गई थी. पुलिस को अब तक यह पता नहीं लग पाया है कि, आखिर एक निजी अस्पताल में सरकारी दवाईयां कैसे पहुंची. जिसकी पुलिस के साथ ही खुद स्वास्थ्य महकमे द्वारा बेहद कडाई के साथ जांच की जा रही है. ऐसे में अब सभी की निगाहें इस ओर लगी हुई है कि, कदम अस्पताल को सरकारी दवाईयों का स्टॉक उपलब्ध कराने में स्वास्थ्य विभाग के किन अधिकारियों व कर्मचारियों के नाम सामने आते है.

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