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अब तक ६२ हजार टन पार्सल भिजवाए
नागपुर प्रतिनिधि/दि.१६ – पहले सडक मार्ग से माल की यातायात की जाती थी. किंतु अब रेलवे मार्ग से व्यापारियों के माल की यातायात की जा रही है. रेलवे द्वारा की जा रही माल यातायात पर्यावरण पूरक है. इस यातायात को सराहा जा रहा हैऔर इसमें अब गती भी आ रही है. नागपुर मध्य रेलवेे द्वारा उठाया गया यह कदम है. रेलवेे विभाग द्वारा अब तक छह महीनों में ६२ हजार टन पार्सल भिजवायी गई है.
हाल ही में अजनी गुडस शेड से महिंद्रा टै्रक्टर की एक रैक रेल द्वारा रवाना की गई. जिसमें रेल विभाग को १२.७८ लाख रुपए की आमदनी हुई. इसके पहले महिंद्रा कंपनी अपने टै्रक्टर सडक मार्ग से भिजवाते थे. किंतु अब मध्य रेलवे के वित्तविभाग के प्रयासो से पहली बार महिंद्रा कंपनी ने अपने टै्रक्टर रेलवे द्वारा भिजवाए है. इससे पहले भी यहं से पंजाब के फिल्लौर के लिए टै्रक्टर की एक रैक भिजवायी गई थी.
रेलवे द्वारा रैक भिजवाने से टै्रक्टर के परिवहन में डीजल की बचत हुई तथा कार्बन उत्सर्जन न होने की वजह से पर्यावरण अनुकूल रहा. लॉकडाउन के काल में चरणबद्ध कुल ६१ हजार ९७८ टन पार्सल यहां से भिजवायी गई. जिसमें सब्जी, फल जैसी नाशवंत वस्तुओं तथा औषध, वैधकीय व फार्मा उत्पादकों का समावेश था. कोरोना नियंत्रण के लिए नियमित यात्री रेल सेवा २३ मार्च से बंद कर दी गई थी. अब यात्री रेल भी चरणबद्ध तरीके से शुरु कर दी गई है.
देशभर में जीवनाश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की श्रृंखला कायम रखने के लिए माल व पार्सल गाडियां शुरु रखी गई थी. जिसमें मध्य रेलवे ने १० सिंतबर तक ४६५ पार्सल गाडियों में ३८ हजार ६१८ टन नाशवंत वस्तुए भिजवायी. ३१ अक्तूबर तक पार्सल एक्सपे्रस चलाने का निर्णय लिया गया है. रेलवे विभाग द्वारा १ जून से विशेष यात्री रेल भी शुरु कर दी गई. धीरे-धीरे रेलवे स्थानकों पर यात्रियों की भी संख्या बढने लगी है.