* विदर्भ के 8 जिले बेमौसम बारिश से प्रभावित
अमरावती/दि.01– अप्रैल माह को गर्मी के मौसम का प्रारंभ माना जाता है. मार्च माह से शुरु होनेवाली गर्मी अप्रैल माह के दौरान ही जोर पकडती है. लेकिन इस बार अप्रैल माह के दौरान अनपेक्षित रुप से जबरदस्त बेमौसम बारिश हो रही है. पिछले चार दिनों से तो लगभग रोजाना रात बिजली की तेज गडगडाहटों के साथ बेमौसम बारिश हाजिरी लगा रही है. साथ ही कई स्थानों पर आंधीतूफान व ओलावृष्टि वाली स्थिती भी बनी हुई है. जिसकी वजह से विदर्भ के 8 जिले प्रभावित हुए है. साथ ही कहा जा रहा है कि, विगत एक दशक में अप्रैल माह के दौरान पहली बार इतनी बेमौसम बारिश हुई है.
मौसम विशेषज्ञो के मुताबिक बदलते वातावरण के बीच समुद्र का बढता तापमान वातावरण में आए इस बदलाव के पीछे प्रमुख वजह है. ऋतुचक्र में होनेवाले बदलाव की वजह से बेमौसम बारिश होती है. इसके तहत विदर्भ के अधिकांश हिस्सो में अमुमन मार्च माह के दौरान बेमौसम बारिश होती है. लेकिन इस बार मार्च माह में भी लगातार बेमौसम बारिश हो रही है. ऐसी स्थिती विगत तीन दशको के दौरान पांचवी बार बनी है और इन दिनो तो लगातार ही बेमौसम बारिश वाली स्थिती बन रही है. इसे हवाओं की दिशा में हुए बदलाव का परिणाम माना जा रहा है. मौसम विज्ञानियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गर्मी के मौसम दौरान जमीन का तापमान बढने लगता है. इसकी वजह से हवाएं जमीन से समुद्र की ओर बहती है. लेकिन इस समय इससे उलट स्थिती दिखाई दे रही है. क्योंकि समुद्र का तापमान बढने के चलते हवाएं समुद्र से जमीन की ओर आने लगी है. इसे ही अलनिनो का प्रभाव कहा जाता है. फिलहाल हो रही बेमौसम बारिश को ऐतिहासिक बदलाव के तौर पर दर्ज किया गया है. हालांकि अब अलनिनो का प्रभाव खत्म होने लगा है. लेकिन इसके बावजूद मई माह के दौरान कई क्षेत्रो में बेमौसम बारिश होने की संभावना बनी हुई है, ऐसा अनुमान मौसम विशेषज्ञो द्वारा जताया गया है.
अप्रैल माह में बेमौसम बारिश होने का यह विगत तीन दशको के दौरान दूसरा मौका है. साथ ही अब ऐसा होने का प्रमाण भी लगातार बढ रहा है. मानवीय हस्तक्षेप की वजह से जंगल धीरे-धीर कम हो रहे है. जिसका परिणाम पर्यावरण पर दिखाई देता है और लगातार कम दबाववाला पट्टा तैयार होता रहता है. जिसकी वजह से वातावरण में बार-बार काफी अधिक बदलाव होते रहते है.
– प्रा. डॉ. अनिल बंड
मौसम एवं कृषि वैज्ञानिक.
* अप्रैल 2024 में हुई बेमौसम बारिश
यवतमाल – 113.6 मिमी.
नागपुर – 65.8 मिमी.
गोंदिया – 63 मिमी.
भंडारा – 47 मिमी.
अमरावती – 40.9 मिमी.
वर्धा – 35.5 मिमी.
वाशिम – 35 मिमी.
चंद्रपुर – 32.4 मिमी.
अकोला – 29.1 मिमी.
गढचिरोली – 13 मिमी.
* अप्रैल से पहले हुई बारिश के आंकडे
जिला मासिक 24 घंटे दौरान कब
चंद्रपुर 157.4 मिमी. 156.4 मिमी. 17 अप्रैल 2006
वर्धा 118.7 मिमी. 60 मिमी. 2011 व 2013
गोंदिया 65.8 मिमी. 31.5 मिमी. 2011 व 1977
बुलढाणा 55.8 मिमी. 47.4 मिमी. 2003
* पिछले शतक में अप्रैल में हुई बारिश
जिला मासिक 24 घंटे दौरान कब
अमरावती 154.2 मिमी. 66.3 मिमी. 1937
नागपुर 129 मिमी. 29.4 मिमी. 1937
अकोला 72.4 मिमी. 58.7 मिमी. 1937
यवतमाल 51.1 मिमी. 46.7 मिमी. 1952 व 1957