विदर्भ

दो बाघों के संघर्ष में एक की मौत

राज्य में 4 माह में 21 बाघ की मृत्यु

नागपुर/दि.29– दक्षिण उमरेड वनपरिक्षेत्र में एक बाघ की मृत्यु होने की घटना उजागर हुई है. बाघ के सभी अवयव साबूत रहने से दो बाघों की संघर्ष में एक मी मृत्यु होने का प्राथमिक अनुमान वनविभाग ने व्यक्त किया है. इस बाघ को 100 से 150 मीटर दूरी तक घसीटकर ले जाया दिखाई देता है. विशेष यानि बाघ के शरीर का बीच का भाग खाया हुआ है. इस कारण बाघ की मृत्यु 4 से 5 दिन पूर्व होने का अनुमान है. 4 माह में राज्य में 21 बाघों की मृत्यु हुई है. देश में यह आंकडा सर्वाधिक है.
राज्य में बाघ की संख्या बढती रहते मृत्यु की संख्या भी बढने से वनविभाग की चिंता बढ गई है. दक्षिण उमरेड वनपरिक्षेत्र के मांगरुडी व बोटेझरी क्षेत्र में बाघ मृतावस्था में मिलने की जानकारी मिली. कर्मचारियों ने घटनास्थल पहुंचकर परिसर का जायजा किया. आरक्षित वनपरिक्षेत्र के नाले के तट पर बाघ मृतावस्था में पाया गया. प्राथमिक अनुमान के मुताबिक बाघ का शिकार न होने की बात स्पष्ट हुई है. क्योंकि सभी अवयव साबूत है. साथ ही बाघ के शरीर पर किसी भी तरह का करंट लगने अथवा ट्रैप के निशान दिखाई नहीं दिये. बाघ के शरीर का भाग वन्य प्राणियों ने खाया दिखाई देता है. इस बात को 100 से 150 मीटर घसीटकर भी लेकर ले जाया गया है. वह 15 से 18 महीने का रहने का अनुमान है. पशु वैद्यकीय अधिकारी ने बाघ का पोस्टमार्टम किया. परिसर की जांच की जा रही है. इस बाबत एनटीसीए नियमों का पालन किया गया.

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