एड. वंजारी ने ठेकेदारों पर आक्रामक शब्दों में किया प्रहार
नागपुर /दि.३१- शालेय पोषण आहार संबंध में विधान परिषद में रखे गए लक्षवेधी मुद्दे के चर्चा दौरान कांग्रेस के एड.अभिजीत वंजारी ने आक्रामक शब्दों में शालेय पोषण आहार के ठेकेदारों पर प्रहार किया. वंजारी ने कहा कि, सरकार किसी की भी हो इन ठेकेदारों को अमीर बनाने का काम राज्य में चल रहा है. राज्य में शालेय पोषण आहार के ठेकेदारों पर अनेक आरोप है, फिरभी उन पर कार्रवाई नहीं की जाती.राज्य के सभी जिले का ठेका उसी को ही क्यों दिया जाता है? वह क्या सरकार का दामाद है? यह सवाल एड.अभिजीत वंजारी ने किया. विशेष व्यक्ति की संस्था को ही पोषण आहार के लिए पात्र ठहराया जाए, यह बात भ्रष्टाचार को प्रोत्साहन देने जैसी है. पोषण आहार का ठेका महिला बचतसमूह को देने की नीति तय होती है, फिरीाी इस बचत समूह के पीछे कुछ और चेहरा होता है, ऐसा एड.वंजारी ने कहा. हमारे देश में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विधायक, सांसद बदलते है, लेकिन पोषण आहार और मिड डे मिल का ठेकेदार नहीं बदलता. सरकार ने जैसे उनका ही घर भरने का बीडा उठाया है. अकोला जिले को पिछले सालभर से शालेय पोषण आहार नहीं मिला. तथा नागपुर शहर में शालेय पोषण आहार अंतर्गत चावल बेचने का कारनामा प्रकाश में आया है. एक खास उद्देश्य से यह योजना चलायी जा रही है, लेकिन इसमें अनियमितता बडे पैमाने पर होने से इस संपूर्ण योजना का पुनरावलोकन किया जाए और जांच समिति नियुक्त करने की मांग प्रवीण दरेकर ने की.रणजीत पाटील, अंबादास दानवे ने भी शालेय पोषण आहार संबंध में आक्रामक भूमिका रखी.
फौजदारी कार्रवाई की जा रही है
सालोंसाल एकही अधिकारी पद पर पदासीन होगा तो उसका तुरंत तबादला किया जाएगा. अधिकारियों द्वारा अगर महिला बचत समूह को तकलीफ दी जा रही होगी तो आवश्यक कार्रवाई के लिए कदम उठाए जाएंगे. नागपुर शहर में चावल बिक्री प्रकरण में फौजदारी कार्रवाई की जा रही है, ऐसा मंत्री दीपक केसरकर ने बताया.