वर्धा दी. २६ – कोविड केअर (Covid Care) सेंटर में रखे गए वृध्दा सहित तीन की रिपोर्ट पाजिटिव आने के उपरांत भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें करीब 24 घंटे तक उपचार की प्रतिक्षा करनी पडी़ एक ओर अधिकारी कर्तव्यदक्ष होने का दिखावा कर रहे हैं, तो दूसरी ओर उनकी कर्तव्यदक्षता की पोल खुली है़
सूत्रो के अनुसार शहर के गोरक्षणवार्ड निवासी 60 वर्षिय वृध्दा, 34 वर्षिय युवक तथा 4 वर्षिय बालिका में कोरोना के लक्षण पाये जाने से उन्हें हनुमान टेकडी स्थित कोवीड केअर सेंटर में रखा गया था़ मंगलवार की शाम तीनों की कोरोना रिपोर्ट पाजिटव निकली़ नियमानुसार बाधितों को शीघ्र सेवाग्राम अथवा सावंगी के डेडीकेटेड अस्पताल में रेफर किया जाना अनिवार्य था़ इस संबंध में कोविड सेंटर में उपस्थित अधिकारियों ने स्वास्थ्य प्रशासन को सूचना भी दी़ बाधितों में 60 वर्षिय महिला होने से उसका गंभीरता से ध्यान रखना जरुरी था़ किन्तु इस ओर स्वास्थ्य प्रशासन ने अनदेखी की़ रातभर तीनों बाधितों को किसी प्रकार का उचित ईलाज नहीं मिल पाया.
करीब 24 घंटे तक तीनों मरिज कोवीड सेंटर में ही ईलाज की प्रतीक्षा में थे़ प्रशासन की इस लापरवाही पर कोवीड सेंटर में दाखील अन्य मरिज भी असंतोष व्यक्त कर रहे थे़ अंतत: इसकी सूचना जिलाधिकारी को देने पर तीनो मरिजों को बुधवार की शाम कोविड सेंटर से रेफर किया गया़ अगर कोरोनाबाधित वृध्दा की हालत बिघडती, तो इसके लिए जिम्मेदार कोण रहता, ऐसा सवाल उपस्थित किया जा रहा है़
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गर्म पानी की सुविधा नहीं
उल्लेखनिय यह कि, हनुमान टेकडी परिसर में 5 तथा हिंदी विवि के राजगुरु होस्टल में 1 इस प्रकार 6 कोवीड केअर सेंटर तैयार किये गये है़ मरिजों की संख्या बढने से सावंगी व सेवाग्राम अस्पताल से डिस्चार्ज हुए मरिजों को सेंटर में रखा जाता है़ ऐसे मरिजों को नियमित गर्म पानी का सेवन जरुरी है़ परंतु उपरोक्त सेंटर पर गर्म पानी की मशीन उपलब्ध न होने से मरिजों को त्रासदी उठानी पड रही है़ इसके अलावा कोविड केअर सेंटर में अन्य सुविधा का भी अभाव होने की जानकारी है़