विदर्भ

नींद की समस्या वालों को कोरोना का भय

डॉक्टरों का निष्कर्ष

नागपुर/प्रतिनिधि दि.२३ – रात के समय नियमित नींद नहीं आती हो तो ऐसे व्यक्तियों को कोरोना होने का भय अधिक होता है. ऐसा निष्कर्ष सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के क्षयरोग विभाग के प्रमुख डॉ. सुशांत मेश्राम ने निकाला है.
फिलहाल बड़े पैमाने पर कोरोना का संसर्ग बढ़ा है. नींद न आना, यह कोरोना का मुख्य कारण नहीं होगा, फिर भी नियमित नींद न आने वाले व्यक्तियों की रोग प्रतिकार शक्ति कम हो सकती है. ऐसे समय कोरोना सरीखी बीमारी उन्हें हो सकती है. डॉ. मेश्राम के नेतृत्व में तज्ञों व्दारा विविध कोरोना मरीजों का अभ्यास किये जाने के बाद उन्होंने इस बाबत का निष्कर्ष निकाला है. उनके व्दारा की गई जांच के अनुसार कोरोना होने से पूर्व 63 लोगों को नींद की समस्या थी. परिणामकारक नींद का प्रमाण सर्वसाधारण लोगों में 98 प्रतिशत दिखाई दिया. वहीं जिन लोगों को कोरोना हुआ, उनमें यह प्रमाण 64 ुप्रतिशत था.
निरोगी रहने के लिये कम से कम सात घंटे की नींद आवश्यक है. लेकिन 57 प्रतिशत ही कोरोना बाधित सात घंटे की नींद लेते थे. वहीं 43 प्रतिशत लोगों की नींद सात घंटों से कम थी. इसी तरह जिन्हें कोरोना हुआ है, उनमें से 84 प्रतिशत लोगों की नींद में व्यत्यय आता था. साथ ही कोरोना होने से पूर्व 23 प्रतिशत लोग नींद की दवा लेते थे, ऐसा भी पाया गया है.

  • अच्छी नींद के लिये टिप्स

– दिन में सोते होंगे तो 45 मिनट से ज्यादा न सोये.
– सोने के चार घंटे पूर्व मद्य प्राशन न करं.
-सोने से पूर्व कॉफी, चाय सरीखे उत्तेजक पेय का सेवन न करें.
– व्यायाम नियमित करें.
– बेड का उपयोग नींद के लिये ही करें, उस पर ऑफीस के काम न करें.

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