विदर्भ

‘फिजिक्स’ ने छुडाए परीक्षार्थियों के पसिने

विगत पांच वर्ष का कोई सवाल नहीं हुआ ‘रिपिट’

* विद्यार्थी दिखे द्विधा मन:स्थिति में, रिजल्ट को लेकर चिंता
नागपुर /दि. 18- राज्य शिक्षा मंडल द्वारा ली जा रही कक्षा 12 वीं की परीक्षा के तहत कल सोमवार 17 फरवरी को विज्ञान शाखा के भौतिकशास्त्र यानी फिजिक्स विषय का पेपर हुआ. गणित की तरह ही स्कोरिंग और लगभग उतने ही मुश्कील रहनेवाले फिजिक्स के विषय में इस बार कक्षा 12 वीं की परीक्षा में विद्यार्थियों के जमकर पसिने छुडाए. पूरी प्रश्नपत्रिका न्युमोरिकल यानी संख्यात्मक प्रश्नो की भरमार रहने और विगत पांच वर्षों के दौरान परीक्षा में पूछे गए एक भी सवाल के रिपिट नहीं होने की बात परीक्षा केंद्र से बाहर परीक्षार्थियों द्वारा बताई गई.
कक्षा 12 वीं की परीक्षा में अंग्रेजी के बाद भौतिकशास्त्र का प्रमुख पेपर सोमवार 17 फरवरी को हुआ. विज्ञान शाखा के विद्यार्थियों हेतु यह विषय अच्छे अंक देनेवाला माना जाता है. परंतु इस बार इस विषय ने विद्यार्थियों की जमकर परीक्षा ले ली. परीक्षा केंद्र से बाहर आए विद्यार्थियों द्वारा दी गई प्रतिक्रियाओं के मुताबिक इस वर्ष कई प्रश्न संभ्रम में डालनेवाले रहे. सभी प्रश्न सिलेबस के ही थे. परंतु प्रश्नों के पूछने का पैटर्न अलग रहने के चलते विचार करने में ज्यादा समय चला गया. साथ ही संख्यात्मक व पर्याय वाचक प्रश्न अधिक रहने के चलते विद्यार्थियों में अच्छा-खासा संभ्रम भी रहा.
खुद परीक्षार्थियों के मुताबिक पाठ्यक्रम के शुरुआती चैप्टरों के क्रम तथा दूसरे हिस्से के प्रश्न अधिक थे. इसमें डेरीवेशन के प्रश्नों की बजाए संख्यात्मक प्रश्नों का प्रमाण अधिक था. जिसकी वजह से विद्यार्थी काफी हद तक संभ्रम व निराशा का शिकार हुए. अमुमन विद्यार्थियों द्वारा विगत 4-5 वर्षों की परीक्षा के दौरान पूछे गए प्रश्नों की प्रश्नपत्रिका के आधार पर प्रैक्टिस की जाती है. परंतु इस वर्ष ऐसा करनेवाले विद्यार्थियों को भी निराश होना पडा. क्योंकि, विगत पांच वर्षों के दौरान नियमित तौर पर पूछे जानेवाले किसी भी सवाल की पुनरावृत्ति नहीं हुई है.

* नीट व जेईई के विद्यार्थियों ने बताया आसान
ज्यादातर परीक्षार्थियों के लिए फिजिक्स का पेपर संख्यात्मक रहने के चलते कठिन महसूस हुआ और उन्हें उत्तर सोचने में काफी अधिक समय लगा. परंतु नीट व जेईई की तैयारी करनेवाले विद्यार्थियों के लिए यही पेपर काफी हद तक आसान रहा, ऐसा कुछ विद्यार्थी के जरिए पता चला. रिजल्ट को बेहतर करने हेतु फिजिक्स के गुण काम आएंगे, ऐसा विद्यार्थियों का मानना था. वहीं कई विद्यार्थियों ने 70 अंक के कुल प्रश्नों में से 60 अंक तक मिलने की उम्मीद जताई.

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