
बुलडाणा/प्रतिनिधि/दि.२८ – यहां की मलकापुर तहसील अंतर्गत पिंपलखुट बु. निवासी मां व उसकी दो बेटियों के तिहरे हत्याकांडवाले मामले की जांच बोराखेडी पुलिस द्वारा लगभग पूर्ण की जा चुकी है और आगामी सप्ताह के दौरान इस मामले को लेकर मलकापुर की अदालत में चार्जशीट दाखिल की जा सकती है. ऐसी संभावना सुत्रों के जरिये व्यक्त की गई है.
बता दें कि, विगत 15 अक्तूबर को पिंपलखुटा में सुमनबाई मालठाणे सहित उनकी दो बेटियों राधा मालठाणे व शारदा मालठाणे की नृशंसतापूर्वक हत्या किये जाने का मामला उजागर हुआ था. जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में गांव में रहनेवाले दादाराव अंबादास म्हैसागर नामक 38 वर्षीय व्यक्ति को हिरासत में लिया था. प्राथमिक जांच में पता चला कि, यह हत्याकांड अनैतिक संबंधों की वजह से हुआ था. सर्वाधिक उल्लेखनीय बात यह थी कि, राधा मालठाणे व शारदा मालठाणे नामक दोनों बहनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि, वे गर्भवति थी. जबकि राधा के पति का निधन हो जाने की वजह से वह आठ-दस वर्षों से पिंपलखुटा स्थित अपने मायके में रह रही थी. वहीं शारदा का भी अपने पति से तलाक हो चुका था और वह भी डेढ-दो वर्षों से अपने मायके में ही रह रही थी. यह जानकारी सामने आने के बाद इस मामले की गंभीरता बढ गयी और पुलिस ने अवैध संबंधों के एंगल को ध्यान में रखते हुए मामलो की जांच शुरू की. जिसमें पता चला कि, गांव में ही रहनेवाले दादाराव म्हैसागर के खेत में काम करने के लिए मालठाणे परिवार के सभी सदस्य जाया करते थे. जहां पर दादाराव म्हैसागर और राधा मालठाणे के बीच प्रेमसंबंध व शारीरिक संबंध स्थापित हुए और राधा गर्भवति हो गयी. इसके बाद इन लोगोें की शिकायतें व झगडे बढने शुरू हो गये. वहीं फिलहाल यह पता नहीं चल पाया कि, दूसरी बहन शारदा मालठाणे के गर्भवति होने के पीछे क्या कहानी है.
इस मामले की क्लिष्टता को देखते हुए वैद्यकीय व तकनीकी सबूत इकठ्ठा करने के दृष्टिकोन से पुलिस ने दोनों बहनों के गर्भ में पाये गये अर्भकों का डीएनए टेस्ट करवाने का निर्णय लेते हुए उनके डीएनए सैम्पल अमरावती की प्रयोगशाला में भिजवाये थे. हालांकि अब तक इसकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है. यह रिपोर्ट मिलने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है.