* प्रशासन ने शुरु की जांच
धारणी/ दि.19 – आदिवासी बहुल मेलघाट की धारणी तहसील अंतर्गत कुटंगा परिसर स्थित सरकारी राशन दुकान में प्लास्टिक की तरह दिखाई देने वाला चावल मिलने से क्षेत्र के आदिवासियों में काफी हडकंप मच गया और गांववासियों ने इसकी जानकारी तुरंत क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल को दी. पश्चात विधायक पटेल ने धारणी के तहसीलदार व आपूर्ति अधिकारी को इसकी जांच करने हेतु कहा. ऐसे में प्रशासन ने मामले की जांच शुरु की है.
बता दे कि, शालेय पोषण आहार योजना सहित सार्वजनिक आपूर्ति व्यवस्था के तहत सरकारी राशन दुकानों को मुफ्त अनाज दिया जाता है. जिसमें गेहूं व चावल का समावेश रहता है. धारणी तहसील के कुटंगा स्थित सरकारी राशन दुकान से विगत दिनों जो चावल राशन धारकों को वितरित किया गया, वह बिल्कुल प्लास्टिक के दानों की तरह था और चावल के दाने भी अपेक्षाकृत तौर पर काफी मोटे दिखाई दिये. जिसे देखकर आदिवासियों को यह प्लास्टिक का चावल यानी नकली चावल रहने का संदेह हुआ और उन्होंने इसकी शिकायत क्षेत्र के विधायक राजकुमार पटेल से की.
कुटंगा गांव के राशन दुकान में प्लास्टिक सदृश्य चावल रहने की जानकारी कुछ आदिवासियों के जरिये प्राप्त हुई. जिसपर तहसीलदार व आपूर्ति अधिकारी जांच करने के बारे में जरुरी निर्देश दिये गए.
– राजकुमार पटेल,
विधायक, मेलघाट
संबंधित मामले की जानकारी मिलने के बाद संबंधित आपूर्ति अधिकारी को आवश्यक निर्देश जारी किये है. उक्त चावल के सैम्पल भेजकर उसकी जांच की जाएगी.
– प्रदीप शेवाले,
तहसीलदार, धारणी
गेहूं की तरह मोटे दाने
कुटंगा की राशन दुकान में वितरण हेतु भेजे गए चावल के दाने गेहूं की दानों की तरह मोटे है और अलग ही दिखाई दे रहे है. ऐसे में यह असली चावल है या प्लास्टिक से निर्मित कृत्रिम व नकली चावल को लेकर आदिवासियों में काफी संदेह देखा जा रहा है. ऐसे में आपूर्ति अधिकारी व्दारा इस चावल के सैम्पल को जांच के लिए भिजवाया गया है. जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद पूरे मामले का खुलासा होगा.