विदर्भ

नागपुर में बाल विवाह की सूचना पर पुलिस का छापा

प्रशासन ने रुकवाई शादी

नागपुर/दि.८ – आजादी के 70 साल बाद भी देश में बाल विवाह की कुप्रथा जारी है. ऐसा ही एक मामला नागपुर में सामने आया है. हालांकि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची जिले के पिटेसुर गांव में कार्रवाई की गई. दरअसल नागपुर जिले के पिटेसुर गांव में 16 वर्षीय नाबालिग बच्ची की शादी का कार्यक्रम रचा जा रहा था, जिस दुल्हे से बच्ची की शादी हो रही थी, उसकी उम्र 28 वर्ष थी. लेकिन, जैसे ही इस बाल विवाह की सूचना जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान को दी गई प्रशासन सक्रिय हो गया. नागपुर कलेक्टर रवींद्र ठाकरे को भी इस मामले की जानकारी दी गई.
जिलाधिकारी के निर्देश स्थानीय पुलिस को बाल विवाह की सूचना दी गई. इसके साथ मुश्ताक पठान पुलिस को लेकर पिटेसुर गांव में पहुंचे. हालांकि घटनास्थल पर रिश्तेदारों ने पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया. हालांकि जिला बाल संरक्षण अधिकारी मुश्ताक पठान और पुलिस निरीक्षक वैजयंती मंडवधरे ने रिश्तेदारों और दोनों पक्ष के परिजनों को समझाया. प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद दुल्हा और दुल्हन के रिश्तेदार मान गए और माता-पिता को ताकीद किया गया कि 18 वर्ष की आयु के पश्चात ही बिटिया की शादी करें. प्रशासन ने लड़की के मां-पिता को 18 वर्ष बाद शादी करने का शपथ पत्र भी लिया.हालांकि प्रशासन ने एहतियातन नाबालिग कन्या को बालगृह में रखा है. स्थानीय पुलिस के मुताबिक दुल्हा और दुल्हन के परिजन इस शादी को सगाई के तौर पर दिखाने की कोशिश कर रहे थे.लिहाजा प्रशासन ने सावधानी के तौर पर दुल्हन को बाल गृह में रखा है, जल्ह ही उसे परिवार को सौंप दिया जाएगा.

Related Articles

Back to top button