दर्यापुर/दि.20– प्रबोधन विश्वस्त मंडल की कार्यकारिणी के अध्यक्ष सचिव पद का विवाद बढता ही जा रहा है. दोनों गुटो ने अध्यक्ष व सचिव पद पर दावा किया रहने से यह प्रकरण बढने की संभावना है.
रविवार को दोपहर में विश्वस्त मंडल की बैठक के दौरान दोनों गुटों में विवाद हुआ. पश्चात इमारत भूमिपूजन कार्यक्रम के दौरान दोनों गुट आमने-सामने आ गए. यहां भी मौखिक विवाद हुआ.दर्यापुर के प्रबोधन महाविद्यालय व कनिष्ठ महाविद्यालय तथा प्रबोधन गीता मंडल का संचालन करनेवाले विदर्भ प्रबोधन विश्वस्त मंडल की कार्यकारिणी सभा रविवार को प्रबोधन महाविद्यालय में बुलाई गई थी. यहां संस्था अध्यक्ष श्रीधर वैद्य, सचिव रवींद्र गणोरकर समेत एक गुट के विश्वस्त तथा पिछले माह में अध्यक्ष के रुप में नियुक्त हुए जयसिंह देशमुख और सचिव एड. संतोष धर्माधिकारी यह दूसरे गुट के विश्वस्तों के साथ उपस्थित हुए. शुरुआत में ही प्रोसेडिंग बुक पर हस्ताक्षर करने की बात पर से विवाद की शुुरुआत हुई. वैद्य गुट ने जयसिंग देशमुख के साथ अपमानास्पद बर्ताव कर वहां से उन्हें खदेडने का प्रयास किया रहने का आरोप किया गया. दोपहर में इमारत के उद्घाटन के दौरान पत्रकारों के सामने मौखिक विवाद हुआ. इन सभी घटनाक्रमों के बाद श्रीधर वैद्य और रवींद्र गणोरकर ने पत्रकार परिषद लेकर अध्यक्ष पद पर दावा करनेवाले जयसिंग देशमुख और संतोष धर्माधिकारी को विश्वस्त मंडल से निकालने की जानकारी दी. अध्यक्ष पद पर श्रीधर वैद्य और सचिव पद पर रवींद्र गणोरकर ही कायम रहने का दावा किया गया.
* प्रस्ताव धर्मदाय आयुक्त के पास मंजूरी के लिए भेजा
नए अध्यक्ष और सचिव नियुक्ति का 20 मई 2023 का प्रस्ताव धर्मदाय आयुक्त के पास मंजूरी के लिए भेजा है. हमें विश्वस्त मंडल के पद से कम करने का उनका अधिकार नहीं है.
– एड. संतोष धर्माधिकारी